दो दिवसीय ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) कॉन्फ्रेंस का दिल्ली में आज से आगाज हो चुका है. इस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यह मिलेट्स (श्री अन्न) वर्ष के शुभारंभ का उत्सव है. मिलेट्स के विषय को लेकर जब भी कोई सवाल आया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्साह से हम सबका मार्गदर्शन किया और उसी के परिणामस्वरूप यह कार्यकम उत्तरोत्तर ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है. आज विश्वभर के लोग इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति हम सबका उत्सावर्धन करती है. मैं सभी की ओर से प्रधानमंत्री का हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं.
सारी दुनिया इस बात की साक्षी है कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जितना भारत को आगे बढ़ाने के लिए प्रयत्न करते हैं, उसी तरह से विश्व का कल्याण हो, विश्व में शांति हो, दुनिया के सामने विद्यमान चुनौतियों का समाधान हो सके, इसके लिए भी उनका प्रयास रहता है. वसुधैव कुटुंबकम की अवधारण को मूर्तरूप देने के लिए जीवन का एक-एक पल समर्पित करते हैं.
जब उन्होंने प्रधानमंत्री का पद संभाला, उसके बाद देश की समस्याओं के समाधान के लिए योजनाओं का सृजन किया और सफलतापूर्वक क्रियान्वयन भी किया. उससे भारत की ताकत और प्रतिष्ठा बढ़ी है. साथ ही भारतीय विधा भारतीय योग के महत्व को समझाया है. प्रधानमंत्री मोदी की मान्यता रही है कि हम स्वास्थ्य सुविधाएं कितनी भी बढ़ा लें, लेकिन अगर रोग बढ़ेंगे तो सुविधा कम पड़ जाएगी.
उनकी कोशिश है कि रोग कम से कम हों, इसके लिए देश में स्थान-स्थान पर वेलनेस सेंटर की स्थापना करने का काम किया है. सारी दुनिया ने प्रधानमंत्री के आग्रह को स्वीकार किया और योग को अपनाया, यह हमारे लिए गर्व का विषय है. इसी प्रकार प्रधानमंत्री लगातार इस बात की चिंता करते रहे हैं कि देश-दुनिया के छोटे किसान व वर्षा आधारित खेती करने वाले किसानों की ताकत बढऩी चाहिए. लोगों के पास खाद्यान्न की प्रचुरता है, लेकिन भोजन की थाली में पोषकता के अभाव को भरने की कोशिश करनी चाहिए. इसके लिए वर्ष 2018 में मिलेट्स को पोषक-अनाज के रूप में अधिसूचित किया गया, ताकि भोजन की थाली में मोटे अनाज को प्रतिष्ठा मिले, छोटे किसान की ताकत बढ़े, इसकी खेती को प्रोत्साहित किया जा सके. इससे मोटे अनाज का उत्पादन बढ़ा और मांग भी बढ़ी है.
इसे भी पढ़ें- देश के ढाई करोड़ किसानों के लिए वरदान साबित होगा मिलेट्स अभियान: PM Modi
वर्ष 2018 में ही मिलेट्स के महत्व को बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में इस प्रस्ताव को रखा और संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को मिलटेस ईयर के रूप में घोषित किया. इसका शुभारंभ आज हो रहा है. मिलेट्स, मोटा अनाज को श्री अन्न कहकर जो प्रतिष्ठा दी है, उसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का मैं अभिनंदन करता हूं. श्री अन्न समूची दुनिया के लिए महत्वपूर्ण कृषि उत्पाद है.
पोषक तत्वों से भरपूर मिलेट्स की खेती को सामान्य भूमि में किया जा सकता है. इसमें फर्टिलाइजर की आवश्यकता नहीं होती है. मिलेट्स का पौधा भूमि की उर्वरा शक्ति को बढाने में योगदान करता है. साथ ही इसकी खेती पर्यावरण को भी संरक्षित करती है. मिलेट्स आधारित उत्पादन के उपयोग से थाली में जो पोषक तत्वों का अभाव है, उसे पूरा किया जा सकता है.
इसे भी पढ़ें- देश में हर प्लॉट का होगा आधार नंबर, कोर्ट में अब वर्षों तक नहीं लटकेंगे जमीन के मुकदमे
2023 इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर है. इसकी तैयारी में प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में देशभर में समूची सरकार राज्य सरकारों के साथ, इंडस्ट्री के साथ, आयातक-निर्यातक के साथ, स्कूल-कॉलेजों सबने मिलकर इसे प्रोत्साहित किया है. आज कहीं भी बात चलती है तो मिलेट्स की बात जरूर आती है. इस बार के बजट में भी मिलेट्स की खेती को बढावा देने के लिए प्रावधान किया गया है.
आज का यह दिन और मिलेट्स ईयर 2023 इतिहास में हमेशा साक्षी रहे, इसलिए प्रधानमंत्री जी आज एक डाक टिकट और एक सिक्का भी जारी करेंगे, ताकि आने वाली पीढिय़ां इस बात को याद रखे कि 2023 मिलेट्स ईयर के रूप में मनाया गया था. मैं एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी और विदेशों से जो मेहमान आए हैं, उनका स्वागत करता हूं.
इसे भी पढ़ें- कारगर साबित हो रही सरकार की यह योजना, अब औंधे मुंह नहीं गिरेंगे आलू के भाव
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today