हरियाणा के हिसार जिला स्थित नारनौंद में शनिवार को में संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) के सदस्य संगठन भारतीय किसान नौजवान के बैनर तले रैली का आयोजन किया गया. इस रैली में प्रदेश भर से हजारों किसानों ने हिस्सा लिय़ा. इस आयोजन में अलग-अलग गांवों से किसानों के बड़े-बड़े जत्थे, ट्रैक्टरों और जेसीबी मशीनों के साथ रैली स्थल पर पहुंचें. इसी के साथ आज किसानों ने ऐलान कर दिया है कि 13 फरवरी का दिल्ली में किसानों का कूच सरकार से आर-पार का होगा, इस आयोजन को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने मंच से कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो सबसे पहले कुर्बानी देशभर के किसान नेता देंगे, उन्होंने ये भी कहा कि किसान अपने ट्रैक्टर ट्रॉलियों में 6-6 महीने का राशन तैयार कर लें.
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वहीं इस आयोजन में देशभर के किसान नेता शामिल हुए, जिसमें सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल, क़ुर्बुरु शांताकुमार, अमरजीत मोहड़ी, रमनदीप सिंह मान, सूरजभान गुर्जर, सरदार जरनैल सिंह चहल, सरदार इंदरजीत सिंह कोठबुढा, सरदार सुखजिंदर सिंह खोसा, अभिमन्यु कोहाड़, लखविंदर सिंह सिरसा, आत्माराम झोरड़, ज़फर मेवाती, सुखजीत सिंह आदि ने भाग लिया। हिसार की यूनियन की जिला कमेटी से दशरथ मलिक, हर्षदीप सिंह गिल, बलवान सिंह लोहान, सीलू लोहान, जंगी लोहान, विशाल सिंह, जगदीप सांगवान, परमवीर श्यामसुख, हवासिंह खरब, बबलू बेरवाल, राजू खरड़, बिंदर खोखा, सन्दीप पेटवाड़, संदीप चनैत, दलबीर खरब, जोगिंदर मान, जगबीर मलिक, जगबीर माजरा आदि शामिल रहे.
आपको बता दें कि बीते लगभग तीन साल पहले राजधानी दिल्ली में तीन कृषि कानून के खिलाफ भी किसानों ने धरना प्रदर्शन किया था. जिसमें किसानों ने लगभग 1 साल तक अपने धरने को जारी रखा था, इसमें किसानों की मांग को देखते हुए सरकार से किसानों की वार्ता भी हुई थी. वहीं इस आंदोलन के बाद सरकार ने तीनों कानून को वापिस ले लिया था. ऐसे में अब ये देखना होगा कि किसानों के इन 6 मांगों पर सरकार क्या रुख अपनाती है.
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