विश्व बाजारों में बढ़ी लाल मिर्च की मांग, 1.5 बिलियन डॉलर पर पहुंचा निर्यात

विश्व बाजारों में बढ़ी लाल मिर्च की मांग, 1.5 बिलियन डॉलर पर पहुंचा निर्यात

मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 के दौरान मिर्च का निर्यात 15 प्रतिशत बढ़कर 6.01 लाख टन (आईटी) हो गया, जो पिछले साल के 5.24 आईटी से अधिक है. 1.50 बिलियन डॉलर का मिर्च निर्यात 2023-24 के दौरान भारत के कुल मसाला निर्यात का लगभग 34 प्रतिशत है, जो अनुमानित 4.46 बिलियन डॉलर है.

Advertisement
विश्व बाजारों में बढ़ी लाल मिर्च की मांग, 1.5 बिलियन डॉलर पर पहुंचा निर्यातलाल मिर्च की मांग में बढ़ोतरी. (सांकेतिक फोटो)

चीन और बांग्लादेश की ओर से भारी मांग के कारण वित्त वर्ष 23-24 में भारतीय लाल मिर्च का निर्यात रिकॉर्ड 1.509 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 15 फीसदी अधिक है. 2022-23 में मिर्च का निर्यात 1.30 बिलियन डॉलर रहा. रुपये के लिहाज से 2023-24 के दौरान मिर्च का निर्यात 12,492 करोड़ रहा, जो पिछले साल के 10,564 करोड़ से 18 फीसदी अधिक है.

मिर्च निर्यात में 15% क हुई बढ़त

मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 के दौरान मिर्च का निर्यात 15 प्रतिशत बढ़कर 6.01 लाख टन (आईटी) हो गया, जो पिछले साल के 5.24 आईटी से अधिक है. 1.50 बिलियन डॉलर का मिर्च निर्यात 2023-24 के दौरान भारत के कुल मसाला निर्यात का लगभग 34 प्रतिशत है, जो अनुमानित 4.46 बिलियन डॉलर है.

2023-24 के दौरान चीन भारतीय मिर्च का सबसे बड़ा खरीदार था, जिसकी शिपमेंट 1.79 एलटी से अधिक थी, जिसकी कीमत 4,123 करोड़ से अधिक थी. पिछले वर्ष की तुलना में, चीन को मिर्च की शिपमेंट मात्रा में 14 प्रतिशत और रुपये के मूल्य के लिहाज से लगभग 21 प्रतिशत अधिक थी. 2022-23 में, चीन ने 3,408 करोड़ रुपये मूल्य की 1.57 आईटी से अधिक भारतीय लाल मिर्च का आयात किया था.

ये भी पढ़ें: बंपर उत्पादन के लिए इस विधि से धान की बुवाई करने की सलाह दे रहे एक्सपर्ट, पैसा, समय और पानी की होगी बचत

कम हुआ चीन का मिर्च आयात

वास्तव में, 2021-22 के दौरान 1.91 लीटर की रिकॉर्ड को छूने के बाद, 2022-23 के दौरान भारत से चीन का मिर्च आयात घटकर 1.57 लीटर रह गया. हालांकि, 2023-24 के दौरान, ओलियोरेसिन और खाद्य एवं पाक-कला दोनों क्षेत्रों से बढ़ती मांग के कारण चीन को लाल मिर्च की खेप में फिर से उछाल आया. चीन मुख्य रूप से ओलियोरेसिन निष्कर्षण के लिए तेजा किस्म खरीदता है.

थाईलैंड में बढ़ी मिर्च की मांग

मूल्य के लिहाज से भारतीय मिर्च के दूसरे सबसे बड़े खरीदार थाईलैंड में निर्यात बढ़कर 1,404 करोड़ हो गया, जो पिछले साल के 1,269 करोड़ से 10.6 प्रतिशत अधिक है. 2023-24 के दौरान मिर्च का निर्यात पिछले साल के 54,512 टन से लगभग दसवां हिस्सा बढ़कर 59,838 टन हो गया.

पड़ोसी बांग्लादेश को निर्यात 2023-24 के दौरान 67 प्रतिशत बढ़कर लगभग 90,570 टन हो गया, जो पिछले वर्ष 53,986 टन था. मूल्य के लिहाज से बांग्लादेश को मिर्च का निर्यात पिछले वर्ष के 892 करोड़ रुपये से 35 प्रतिशत बढ़कर 1,210 करोड़ रुपये हो गया.

अमेरिका में भी बढ़ी मिर्च की मांग

इसके अलावा, अमेरिका को मिर्च का निर्यात पिछले साल के 29,173 टन से एक चौथाई बढ़कर 36,413 टन हो गया. मूल्य के लिहाज से, अमेरिका को मिर्च का निर्यात पिछले साल के 803 करोड़ रुपये से 42 प्रतिशत बढ़कर 1,141 करोड़ रुपये हो गया. मिर्च देश भर के किसानों द्वारा उगाई जाने वाली एक प्रमुख व्यावसायिक नकदी फसल है, और हरी और लाल दोनों किस्मों का उत्पादन बढ़ रहा है.

POST A COMMENT