दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से मौसम का मिजाज काफी बदला हुआ है. रुक-रुक कर बारिश की वजह से मौसम काफी सुहावना हो गया है. यही वजह है कि तापमान में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है. लगभग 15 साल बाद ऐसा हुआ है जब मई के महीने में दिल्ली का मौसम इतना सुहावना है. हालांकि, इस बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. जगह-जगह से किसानों को हुए नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं. ऐसे में दिल्ली के नरेला मंडी कि बात करें तो खुले में अनाज के भीगने की तस्वीरें भी सामने आई है.
दिल्ली की नरेला मंडी एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी मानी जाती है. ऐसे में एशिया की सबसे बड़ी मंडी में करोड़ों रुपए का अनाज भीगता नजर आया. अनाज को बारिश से बचाने के लिए प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किया है. देश में एक तरफ लोग भूख से मर रहे हैं तो दूसरी तरफ बाजार में हजारों क्विंटल अनाज बर्बाद हो रहा है. आपको बता दें कि इस मंडी में कई अलग-अलग राज्यों के किसान भी अपनी उपज बेचने आते हैं, लेकिन इस तस्वीर को देखकर लगता है कि अब उन किसानों का यहां आना मुश्किल है.
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आपको बता दें नरेला मंडी में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से किसान फसल लेकर आते हैं. यहां हर रोज हजारो हजारो क्विंटल का कारोबार होता है. इस देश के कई राज्यों में गेहूं खरीद की प्रकिया चल रही है. ऐसे में बारिश के चलते गेहूं की उपज प्रभावित हो सकती है. बता दें कि इन मंडियों से कई मजदूरों को इस मंडी से रोजगार मिलता है. वे बोरियां ढोने और बोरियां में अनाज से भरने का काम करते हैं.
बता दें कि यह हाल सिर्फ नरेला मंडी का नहीं है कई अन्य मंडी का भी यही हाल देखा गया है. इससे पहले हरियाणा के रोहतक के मदीना अनाज मंडी में भी कुछ ऐसा ही देखा गया. यहां से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है. किसानों को अपनी गेहूं की उपज अनाज मंडी के बाहर रखनी पड़ रही है. वो भी ऐसी जगह जहां आप सोच भी नहीं सकते हैं. अव्यवस्थाओं का आलम ये है किसान श्मशान घाट पर गेहूं रखने को मजबूर हो रहा है. वहीं, कई किसानों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर गेहूं का ढेर लगाते देखा गया था. इसके अलावा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के राज्यों के अनाज मंडी में बदइंतजामी की तस्वीरें भी सामने आई हैं.
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