यूपी की योगी सरकार सड़कों पर घूमती बेसहारा गायों को संरक्षण देकर गोवंश को फिर से कृषि अर्थव्यवस्था से जोड़ने के लगातार हर संभव प्रयास कर रही है. छुट्टा गायों को सरकारी गौशालाओं में पहुंचाने के लिए योगी सरकार ने आईएएस अफसरों तक को सड़कों पर उतार दिया. सरकार का दावा है कि गोवंश के संरक्षण हेतु चलाए गए आक्रामक अभियान के सकारात्मक परिणामस्वरूप 11.5 लाख गोवंश को संरक्षण दिया जा सका है. ऐसे में आज देशभर में कैसा रहेगा मौसम/Weather Update, किसानों का प्रदर्शन/ Farmer Protest, फसल मुआवजा/Crop Compensation, मंडी समाचार/ Mandi News, पीएम-किसान/PM-Kisan, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना/PMFBY, एमएसपी/MSP पर फसलों की खरीदारी और खेती-किसानी से जुड़ी हर अपडेट जानने के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट्स (Live Updates)-
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी है. प्रदेश के उपभोक्ताओं की बिजली की दरें नहीं बढ़ेंगी. यह खुशखबरी आम लोगों के साथ किसानों के लिए भी है क्योंकि उन्हें सिंचाई जैसे काम के लिए बिजली की जरूरत होती है. प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया था जिसे खारिज कर दिया गया है. इससे साफ हो गया कि उत्तर प्रदेश में बिजली के रेट पुराने ही रहेंगे और उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. बिजली के रेट बढ़ाने के प्रस्ताव पर भारी विरोध देखा जा रहा था. खासकर विपक्षी पार्टियों ने इसे मुद्दा बनाया था. लेकिन अब इस प्रस्ताव को वापस ले लिया गया है. इससे लोगों को भारी राहत मिली है. उन्हें पिछले रेट पर ही बिजली की दर चुकानी होगी.
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महाराष्ट्र के बीड जिले के किसान आजकल परेशान हैं. आसमानी आफत उनपर पूरी तरह से टूट पड़ी है. इससे उनके प्याज की फसल चौपट हो गई है. जिस प्याज से उनका घर-परिवार चलता है, जो प्याज सालभर का खर्च निकालता है. उसी प्याज को मौसम ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. अब किसानों के सामने संकट इस बात का है कि आगे क्या होगा. इसी सिलसिले में बीड से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई. यहां एक किसान को दुकानदार को ही उलटा पैसे देने पड़े. कहां उस किसान को प्याज के लिए पैसे मिलने थे, लेकिन मामला पूरी तरह से उलटा पड़ गया.
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भाखड़ा प्रणाली से राजस्थान को पानी देने का विरोध पंजाब में भी शुरू हो गया है. राजस्थान को दिए जाने वाले पानी की मांग अब पूरी तरह सियासी मुद्दा बन गया है. हनुमानगढ़ के किसान बीते 23 दिनों से नरमा बिजाई के लिए पंजाब से सरहिंद नहर से पानी देने की मांग कर रहे हैं. लेकिन बुधवार को पंजाब के अबोहर में अकाली दल ने पंजाब सरकार से राजस्थान को पानी नहीं देने की मांग को लेकर बड़ा धरना दिया. इसे पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखवीर सिंह बादल ने संबोधित किया. बादल ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ पंजाब सरकार के खिलाफ धरना दिया.
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प्याज के बाद अब महाराष्ट्र के किसानों को टमाटर भी रुलाने लगा है. इन दोनों से सब्जियों का जायका बढ़ता है लेकिन, इन दिनों इसकी खेती करने वाले किसान खासे परेशान हैं. पिछले साल से ही यहां किसानों को प्याज का दाम 1-2 रुपये प्रति किलो मिल रहा है तो अब यही नौबत टमाटर को लेकर आ खड़ी हुई है. महाराष्ट्र की कई मंडियों में किसानों ने टमाटर फेंक दिए. कुछ ने खेत में उसे सड़ने दिया है और कुछ किसान इसे सड़कों के किनारे फेंक रहे हैं. इस साल टमाटर की बंपर फसल किसानों के लिए मुसीबत बन गई है. हालांकि, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में उपभोक्ताओं को अब भी एक किलो टमाटर के लिए 20 से 25 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. बहरहाल, राज्य में टमाटर का उचित दाम नहीं मिल रहा है, लागत भी नहीं निकल पाने से नाराज किसान उसे फेंकने का फैसला ले रहे हैं.
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भारत में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट के सर्टिफिकेशन को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. यह जानकारी यूरोपियन यूनियन की एक ऑडिट रिपोर्ट में दी गई है. ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत से यूरोप में एक्सपोर्ट के लिए ऑर्गेनिक प्रोडक्ट के सर्टिफिकेशन में कई खामियां हैं. रिपोर्ट यह भी कहती है कि भारत के किसानों को जैविक खेती यानी कि ऑर्गेनिक खेती के बारे में कोई जानकारी नहीं है. भारत के किसान ऑर्गेनिक खेती के बारे में कुछ नहीं जानते. ये बातें उन किसानों के लिए कही गई हैं जो ऑर्गेनिक प्रोड्यूसर्स ग्रुप से जुड़े हुए हैं. यह रिपोर्ट भारत में कुछ सर्वे के आधार पर लिखी गई है.
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देश में केसर का जिक्र होते ही कश्मीर का नाम आता है. क्योंकि देश में कश्मीर ही एक अकेला ऐसा राज्य है जहां केसर का उत्पादन होता है. देश के साथ दूसरे देशों में भी कश्मीरी केसर की बहुत डिमांड रहती है. दवाई बनाने वाली कंपनियों को तो कश्मीर की केसर ही चाहिए होती है. लेकिन कई वजह से कश्मीर में केसर का उत्पादन घट रहा है. लेकिन अच्छी खबर यह है कि अब कश्मीर के अलावा भी देश के दो राज्यों में केसर का उत्पादन हो रहा है. इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन बायोरिसोर्स टेक्नोलॉजी (आईएचबीटी), पालमपुर, हिमाचल प्रदेश ने इसे मुमकिन कर दिखाया है.
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योगी सरकार ने यूपी में छुट्टा जानवरों की समस्या के लिए कुख्यात 'अन्ना कुप्रथा' से बेसहारा हुई गायों को 'गोवंश पोषण मिशन' के तहत संरक्षण देने की पहल की है. बेसहारा पशुधन के कारण किसानों की फसल चौपट होने और सड़कों पर इनकी वजह से होने वाली वाहन दुर्घटनायें रोकने के लिए यह अभियान चलाया है. इसके तहत पूरे प्रदेश में गौशालाएं बनाकर आवारा पशुओं को संरक्षण देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गोवंश संवर्धन के लिए 1681 करोड़ रुपये खर्च किए गए. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि योगी सरकार ने गोवंश के भरण-पोषण के लिए भूसा संग्रहण एवं गो आश्रय पोर्टल (https://up.goashray.in/) भी बनाकर इस मुहिम को प्रभावी बनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं. सरकार का कहना है कि इस दिशा में पशुधन नीति के अंतर्गत गोवंश संरक्षण के काम को आगे बढ़ाया जा रहा है.
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यूपी के पूर्वी जोन में बदला मौसम का मिजाज, बलरामपुर, गाेंडा, श्रावस्ती, प्रतापगढ़, सुलतानपुर, अमेठी और रायबरेली जिलों में मौसम विभाग ने आज कुछ स्थानों पर तूफानी हवाएं चलने और एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि होने का रेड अलर्ट जारी किया है.
मृदा विशेषज्ञ डॉ. आशीष राय ने कहा है कि आधुनिक खेती में अधिक रासायनिक खादों और कीटनाशकों के लगातार इस्तेमाल से केंचुओं की संख्या में भारी कमी आई है. जिस जमीन में केंचुए नहीं पाए जाते हैं उससे यह स्पष्ट होता है कि वह मिट्टी अब अपनी उर्वरा शक्ति खो रही है. वो अब ऊसर भूमि के रूप में बदल रही है. ऐसे में किसानों को सावधान होने की जरूरत है. वरना खेती खराब हो गई तो बहुत मुश्किल होगी. उत्पादन कम हो जाएगा. दरअसल, केंचुआ कृषि में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान भूमि सुधार के रूप में देता है. जब खादों और कीटनाशकों का बहुत कम इस्तेमाल होता था तब जमीन में केंचुए पाए जाते थे. बारिश के मौसम में केंचुए खेतों में देखे जाते थे. यह इनकी संख्या इतनी कम हो गई है कि खेत में दिखते ही नहीं.
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पिछले कई दिनों से पूरे उत्तर भारत में पड़ रही भीषण गर्मी पर पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिला. कई राज्यों में भारी बारिश हुई और पहाड़ों पर बर्फ भी गिरे. ऐसे में उत्तर पश्चिमी हवाओं की ठंडक के चलते दिल्ली में बिना बारिश के तापमान में गिरावट देखी गई. ज्यादातर जगहों पर यह गिरावट चार से आठ डिग्री तक रही. मौसम विभाग ने गुरुवार को भी इसी तरह के हालात बने रहने का अनुमान जताया है. तेज हवा के साथ बारिश और तापमान में भी गिरावट की आशंका जताई है.
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