आने वाले समय में देश में चीनी का भाव (Sugar Rate) बढ़ सकता है. इसका कारण है देश के प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन कम होने की आशंका है. दरअसल, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने चालू सीजन (अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023) के लिए चीनी उत्पादन के अपने अनुमान को 34 मिलियन टन से घटाकर 32.8 मिलियन टन कर दिया है. ऐसे में आज देशभर में कैसा रहेगा मौसम/Weather Update, गेहूं फसल मुआवजा/Wheat Crop Compensation, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना/PMFBY, एमएसपी/MSP पर गेहूं की खरीदारी, पीएम किसान योजना/PM-Kisan Yojana और खेती-किसानी से जुड़ी हर अपडेट जानने के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट्स (Live Updates)-
किसान सम्मेलन में गहलोत ने कहा कि जसरासर में गौण कृषि मंडी खोली जाएगी. बीकानेर में नोखा के जसरासर में हो रहा है ये किसान सम्मेलन. सम्मेलन में दो लाख किसानों के आने का दावा. गहलोत ने कहा कि आज किसानों ने यहां इतिहास रचा है. हमारी सरकार ने 5 साल में 45 कृषि महाविद्यालय खोले हैं.
इस देश में उर्वरक का कुल उत्पादन 384 लाख मीट्रिक टन उत्पादन किया है. जिसमें सहकारि समितियों ने 132 लाख मीट्रिक टन खाद का उत्पादन किया है और इन 132 लाख मीट्रिक टन में 90 लाख मीट्रिक टन खाद का उत्पादन केवल इफको ने किया है.
तरल डीएपी की मदद से किसान न केवल मिट्टी की रक्षा कर सकता है, बल्कि रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मानव स्वास्थ्य पर मंडरा रहे खतरे को भी कम कर सकता है.
अमित शाह ने इफको द्वारा तैयार किए गए इफको नैनो डीएपी की तारीफ करते हुए कहा कि इफको नैनो डीएपी फर्टिलाइजर भारत को खाद के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआत है.
नैनो फर्टिलाइजर को किसानों ने स्वीकार कर लिया है, लेकिन किसान दाने वाला यूरिया भी डालते हैं. इससे फसल और मिट्टी को नुकसान होता है. ये वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित है कि नैनो यूरिया के साथ दाने दार यूरिया की जरूरत नहीं है. किसान इसका प्रयोग ना रकें अमित शाह
यूपी के अंडा बाजार में आजकल एक अजीब सी हलचल मची हुई है. हलचल है बाजार में अंडे की बिक्री से जुड़े एक सरकारी फरमान के चलते. 15 अप्रैल से यूपी सरकार ने अंडों की बिक्री, अंडे ट्रांसपोर्ट और स्टोरेज करने से जुड़ी एग पॉलिसी जारी की है. इसी पॉलिसी के तहत यूपी सरकार अब दूसरे राज्यों से यूपी में आने वाले अंडों की गिनती भी करेगी. इसका मकसद अंडों का एक डाटाबेस तैयार करना है. कितना अंडा यूपी में हो रहा है और कितना बाहर से आ रहा है, इसका पूरा लेखा जोखा सरकार के पास रहेगा. इसी के आधार पर आगे की एग पॉलिसी तैयार होंगी.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
जीरा के भाव में गिरावट देखी जा रही है. एनसीडेक्स पर जीरा का भाव प्रति क्विंटल 39,500 रुपये तक पहुंच गया है. दाम में गिरावट के पीछे दो वजहें बताई जा रही हैं. पहली वजह, प्रॉफिट बुकिंग और दूसरी वजह जीरा की मांग में कमी. बाजार में बड़े स्तर पर जीरा की मांग की गिरावट आई है जिससे दाम में अचानक कमी देखी जा रही है. कुछ दिनों पहले जीरा का भाव इतनी तेजी से बढ़ा कि यह सुर्खियों में आ गया. राजस्थान जीरा का बड़ा उत्पादक राज्य है जहां बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जीरे की उपज बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई थी. इससे जीरा की आवक भी घट गई जिससे सप्लाई में गिरावट आई. यही वजह है कि जीरा के भाव में बड़ी तेजी देखी गई. अब स्थिति सुधर रही है और भाव में कमी देखी जा रही है.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के कृषि विकास के लिए रोडमैप तैयार करेगी. उत्तर प्रदेश कृषि विकास का ये रोडमैप 25 साल के लिए तैयार होगा. लखनऊ में आयोजित हुई विभिन्न राज्य कृषि विश्वविद्यालयों,आईसीएआर संस्थानों, सीजीआईएआर संगठनों के अनुसंधान वैज्ञानिकों और प्रबंधकों की हुई बैठक में राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रोडमैप बनाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा देश में कृषि क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के अग्रणी राज्य होने के कारण, राज्य में कृषि एवं सहायक क्षेत्रों में विकास की आपार संभावनाएं हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
आने वाले समय में देश में चीनी का भाव (Sugar Rate) बढ़ सकता है. इसका कारण है देश के प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन (Sugar Production in Maharashtra) कम होने की आशंका है. दरअसल, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने चालू सीजन (अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023) के लिए चीनी उत्पादन के अपने अनुमान को 34 मिलियन टन से घटाकर 32.8 मिलियन टन कर दिया है. वहीं, महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन में गिरावट और उत्तर प्रदेश में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि वार्षिक घरेलू खपत 27.5 मिलियन टन आंकी गई है. वहीं, 2021-22 सीजन में देश में 35.76 मिलियन टन चीनी का उत्पादन हुआ था.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
किसानों और खाप प्रतिनिधियों का जत्था जंतर-मंतर पर पहलवानों को समर्थन देने के लिए सोनीपत से रवाना हो चुका है. बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट, साक्षी मलिक क हौसला रखने की बात कही गई है. 36 बिरादरी का भाईचारा आपके साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है. बृज भूषण की गिरफ्तारी तक आंदोलन रुकना नहीं चाहिए.
राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों, गेहूं और चने की खरीद जारी है. इसी बीच प्रदेश में दलहन और तिलहन की खरीद के लिए किसानों के रजिस्ट्रेशन की सीमा को 10 प्रतिशत बढ़ाया गया है. इस फैसले से प्रदेशभर में एमएसपी पर फसल बेचने वाले हजारों किसानों की संख्या बढ़ जाएगी. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि सरकार के इस फैसले से 23,966 किसानों को चने के लिए और 54732 किसानों को सरसों बेचान पर लाभ मिल सकेगा.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक और पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार को निधन हो गया. वह 95 वर्ष के थे. सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद दिग्गज नेता को एक सप्ताह से अधिक समय पहले मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. प्रकाश सिंह बादल का जन्म आठ दिसंबर 1927 को पंजाब के छोटे से गांव अबुल खुराना के जाट सिख परिवार में हुआ था. प्रकाश सिंह बादल की पत्नी सुरिंदर कौर का भी देहांत हो चुका है. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल उनके बेटे हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
केंद्र सरकार ने रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 में गेहूं खरीद के लिए तय किए गए टारगेट का लगभग आधा हिस्सा खरीद लिया है. यानी इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीद अच्छी मानी जा सकती है. पिछले साल सरकार टारगेट का आधा गेहूं भी नहीं खरीद पाई थी. भारतीय खाद्य निगम यानी एफसीआई के मुताबिक एक से 24 अप्रैल तक देश भर में एमएसपी पर 171 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है. जबकि इस बार 341.50 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है. एक मीट्रिक टन में 10 क्विंटल होता है. जिस गति से खरीद चल रही है उसे देखकर ऐसा लगता है कि लक्ष्य पूरा हो जाएगा. क्योंकि कई सूबों में जून तक खरीद जारी रहेगी.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
अंतर्राष्ट्रीय बीज दिवस हमारे खाद्य प्रणालियों और पर्यावरण के लिए बीजों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित दिन है. यह हर साल 26 अप्रैल को मनाया जाता है. इस दिन की स्थापना 2019 में सीड फ़्रीडम नेटवर्क द्वारा की गई थी, जो बीज की विविधता को बचाए रखने की दिशा में काम करने वाला एक वैश्विक आंदोलन है. सीड फ़्रीडम नेटवर्क ऐसे संगठनों और व्यक्तियों से बना है जो किसानों, स्वदेशी समुदायों और नागरिकों के विविध, गैर-जीएमओ और खुले परागण वाले बीज तक पहुंच के अधिकारों की वकालत करते हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
चिलचिलाती गर्मी के दिनों एक बार फिर लोगों को राहत मिलती नजर आ रही है. इसी बीच मौसम विभाग ने भी देश के अधिकांश हिस्सों में अगले छः दिनों तक लू नहीं चलने की आशंका जताई है. इसमें कहा गया है कि शुक्रवार से उत्तर पश्चिम क्षेत्र में फिर से बारिश होने की उम्मीद है. इस महीने की शुरुआत में, मौसम विभाग ने अप्रैल-जून के दौरान उत्तर-पश्चिम और प्रायद्वीपीय भारत को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान की भविष्यवाणी की थी. लेकिन अब मौसम का हाल कुछ और ही नजर आ रहा है.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today