Tomato Price: मई की बारिश में टमाटर तो हुआ महंगा, प्‍याज की कीमतें जस की तस 

Tomato Price: मई की बारिश में टमाटर तो हुआ महंगा, प्‍याज की कीमतें जस की तस 

Vegetable Price: व्यापारियों और किसानों के अनुसार, महाराष्‍ट्र में रबी प्याज की करीब 95 फीसदी फसल मई के मध्य तक कटकर स्‍टोरेज में जा चुकी थी. कर्नाटक में, कोलार जिले समेत प्रमुख टमाटर उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश ने फसल को प्रभावित किया है. माना जा रहा है कि आने वाले महीनों में कीमतों में टमाटर की कीमतों में उछाल आ सकता है.

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Tomato Price: मई की बारिश में टमाटर तो हुआ महंगा, प्‍याज की कीमतें जस की तस Vegetable Price: मई की बारिश में ही महंगा हो गया टमाटर

Vegetable Price: पिछले महीने महाराष्‍ट्र, कर्नाटक और गुजरात में भारी बारिश के साथ-साथ दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने समय से पहले एंट्री मारी है. समय से पहले आने पर प्याज और टमाटर जैसी बागवानी फसलों पर थोड़ा  प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. लेकिन ग्रॉस प्रॉडक्‍शन मजबूत होने की वजह से इस साल कृषि क्षेत्र में कीमतें बढ़ने की आशंका कम है. कृषि क्षेत्र में महंगाई बढ़ने में बागवानी फसलों का योगदान करीब एक तिहाई है और ऐसे समय से पहले आया मॉनसून लोगों को थोड़ा परेशान कर रहा था. 

प्‍याज का उत्‍पादन ज्‍यादा 

व्यापारियों और किसानों के अनुसार, महाराष्‍ट्र में रबी प्याज की करीब 95 फीसदी फसल मई के मध्य तक कटकर स्‍टोरेज में जा चुकी थी. लेकिन पिछले महीने हुई बहुत ज्‍यादा बारिश की वजह से खड़ी फसल का एक छोटा हिस्सा प्रभावित हुआ है. राज्य में प्याज का उत्पादन 40 फीसदी से ज्‍यादा है. महाराष्‍ट्र राज्य प्याज उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत दिगोले ने सप्‍लाई से जुड़ी किसी भी बाधा से इनकार किया है क्‍योंकि रबी उत्पादन जो कुल फसल का 70 से 75 फीसदी है, 2024-25 फसल वर्ष (जुलाई-जून) में 22.7 लाख टन होने का अनुमान है.  पिछले फसल वर्ष की तुलना में इस बार उत्पादन 18 फीसदी ज्‍यादा है. 

टमाटर होगा और महंगा 

कर्नाटक में, कोलार जिले समेत प्रमुख टमाटर उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश ने फसल को प्रभावित किया है. माना जा रहा है कि आने वाले महीनों में कीमतों में टमाटर की कीमतों में उछाल आ सकता है. महाराष्‍ट्र में मई में 159.4 मिमी बारिश हुई थी जबकि सामान्य तौर पर 14.4 मिमी बारिश होती है. टमाटर और प्याज के प्रमुख उत्पादक कर्नाटक में पिछले महीने 219 मिमी बारिश हुई जो औसत सामान्य बारिश से 197 फीसदी ज्‍यादा है. 

10 से 25 फीसदी बढ़े दाम 

व्यापार सूत्रों के हवाले से अखबार फाइनेंशियल एक्‍सप्रेस ने जानकारी दी है कि पिछले एक हफ्ते में आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्‍ट्र समेत कई राज्यों में टमाटर की मंडी कीमतों में 10-25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि उपभोक्ता मामलों के विभाग के अनुसार मॉडल थोक मूल्य 24 मई को 1250 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर सोमवार को 1500 रुपये प्रति क्विंटल हो गया. हालांकि टमाटर और प्याज की खुदरा कीमतों में इसी तरह की वृद्धि नहीं देखी गई है. वर्तमान में दोनों प्रमुख सब्जियों के लिए मॉडल मूल्य 20 रुपये प्रति किलोग्राम है. 

एक महीने बाद दिखेगा असर 

फलों और सब्जियों के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर के प्रमुख व्यापारी अशोक कौशिक ने कहा, 'खड़ी फसलों पर बेमौसम बारिश का असर एक महीने बाद उत्पादन और कीमतों में दिखाई देगा.' अधिकारियों ने कहा कि मॉनसून से पहले की बारिश से अन्य सभी सब्जी फसलों के उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की उम्मीद है. इस बीच, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में धान और दालों जैसी खरीफ फसलों की बुवाई सामान्य से एक सप्ताह पहले शुरू हो गई है. मई में, देश में औसत मासिक वर्षा सामान्य बेंचमार्क से 85 प्रतिशत ज्‍यादा थी.

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