बिजनौर में गुलदार का आतंकबिजनौर में गुलदार का आतंक (Guldar fear) थमने का नाम नहीं ले रहा है. जनपद में पिछले 8 महीना में गुलदार के हमले से 13 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं . ताजा घटनाक्रम में बिजनौर में अब खेत से चारा लेने गए किसान बीच रास्ते से ही लापता हो गए हैं. किसान के घर नहीं पहुंचने पर परिवारीजन ने गुलदार के हमले की आशंका जताई है. वही किसान योगेंद्र सिंह की तलाश में वन विभाग के साथ-साथ सैकड़ों ग्रामीण जुटे हुए हैं. वहीं वन विभाग और पुलिस की टीमें ड्रोन के माध्यम से किसान की तलाश कर रही है. वन विभाग की टीम गुलदार को पकड़ने के लिए पिछले 10 दिनों से युद्ध स्तर पर अभियान छेड़े हुए हैं. जनपद के जंगली इलाकों के पास रहने वाले ग्रामीण गुलदार के आतंक से बुरी तरह डरे सहमे हुए हैं.
किसान योगेंद्र सिंह अपने खेत से चारा रखने के बाद बीच रास्ते से ही लापता हो गए. बिजनौर में इस ताजा घटनाक्रम के बाद वन विभाग और पुलिस की टीम में किसान की तलाश में जुटी हुई है. गुलदार के हमले और किसान को उठा ले जाने की आशंका को लेकर वन विभाग ड्रोन के माध्यम से तलाश में जुटा हुआ है. बताया जा रहा है कि किसान योगेंद्र सिंह स्वाहेड़ी के रहने वाले हैं. बैल बुग्गी को लेकर वे खेत से चारा लेने गए थे. इस घटना के बाद ग्रामीणों और परिजन दावा कर रहे हैं कि गुलदार उन्हें उठाकर ले गया है. हालांकि मौके से किसी तरह का कोई सबूत नहीं मिला है.
बिजनौर जनपद में गुलदार के हमले के बढ़ने के चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल है तो वही शिक्षा विभाग ने गुलदार के खतरे को देखते हुए 14 बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया है. जिलाधिकारी के आदेश के बाद स्कूल के बच्चों को अन्य सुरक्षित स्थान व विद्यालयों में स्थानांतरित करने की कार्रवाई जारी है.
बिजनौर में वन विभाग की टीम को एक गुलदार को पकड़ने में कामयाबी हासिल हुई है. गुलदार के पिंजरे में फसते ही ग्रामीणों ने कुछ राहत की सांस ली है. जिले के शेरकोट में पिछले 10 दिनों से युद्ध स्तर पर गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग और पुलिस के द्वारा अभियान चलाया जा रहा है. हालांकि शेरकोट इलाके में अभी कई और गुलदार के होने की सूचना है. गुलदार के दहशत के चलते ग्रामीण अपने खेतों की रखवाली भी नहीं कर पा रहे हैं.
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