आईआईटी रोपड़ की तकनीक से आसान होगी खेती, किसानों को ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाएगी एग्रीटेक सलाम किसान 

आईआईटी रोपड़ की तकनीक से आसान होगी खेती, किसानों को ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाएगी एग्रीटेक सलाम किसान 

खेती को आसान बनाने और लागत घटाने के साथ किसानों की उपज और कमाई बढ़ाने के लिए AI और एडवांस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिए एग्रीटेक Salam Kisan ने आईआईटी रोपड़ के साथ एमओयू साइन किया है.

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आईआईटी रोपड़ की तकनीक से आसान होगी खेती, किसानों को ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाएगी एग्रीटेक सलाम किसान Salam Kisan और आईआईटी रोपड़ के साथ एमओयू साइन हुआ.

खेती को उपकरणों के इस्तेमाल से आसान बनाया जा रहा है. इस दिशा में काम कर रही दिग्गज कंपनी सलाम किसान अपने एग्री ड्रोन को एआई तकनीक से लैस करने के साथ ही एग्रीटेक सॉल्यूशन को एडवांस बनाने की ओर बढ़ रही है. इसके लिए उसने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रोपड़ के साथ एमओयू साइन किया है. आईआईटी की एडवांस तकनीक के इस्तेमाल से किसानों को टिकाऊ खेती विधियों को अपनाने के साथ ही ड्रोन इस्तेमाल के जरिए सटीक समाधान देने की योजना है. सलाम किसान और आईआईटी रोपड़ टेक्नोलॉजी ऑपरेटेड प्रोग्राम शुरू करेंगे, जिससे किसानों और इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी. 

सलाम किसान के मुख्य परिचालन अधिकारी अक्षय खोबरागड़े ने बताया कि दिसंबर 2024 में दुबई में आयोजित वर्ल्ड एग्री समिट में आईआईटी के साथ करार हुआ था, जिसे अब सलाम किसान और आईआईटी रोपड़ की ओर से एमओयू साइन कर अमलीजामा पहना दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह सहयोग पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ और फायदेमंद कृषि को बनाने में की दिशा में अहम कदम है. आईआईटी रोपड़ के साथ मिलकर हम टेक्नोलॉजी और जमीनी स्तर की खेती के बीच की खाई को पाट रहे हैं. हम इनोवेशन के जरिए कृषि को किसानों के लिए आसान बनाने में मदद कर रहे हैं. इस साझेदारी से किसानों को मजबूत बनाने और कृषि विधियों को सुविधाजनक बनाएंगे. इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और साइबर फिजिकल सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकों का लाभ उठाया जाएगा. 

आईआईटी की तकनीक से कृषि को फायदा होगा 

एमओयू में एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी इनोवेशन को आगे बढ़ाने के लिए ज्वाइंट टेक्नोलॉजी प्रोग्राम संचालित किए जाएंगे. किसानों और उद्यमियों को डिजिटल एजुकेशन और टिकाऊ कृषि पद्धतियों से लैस करने के लिए कौशल और कौशल उन्नयन कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे. इस सहयोग के माध्यम से सलाम किसान और आईआईटी रोपड़ का टारगेट उन्नत कृषि तकनीकों को अपनाने में धीमी गति, जल प्रबंधन की अक्षमता और उभरते कृषि-तकनीक स्टार्टअप के लिए मार्गदर्शन की कमी जैसी चुनौतियों का समाधान करना है. इसके अलावा ग्रामीण और किसानों को स्थायी समाधानों से जोड़कर उन्हें मजबूत बनाना है. इन प्रयासों से आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलने, उत्पादन बढ़ाने और पर्यावरणीय संसाधनों के संरक्षण करने में मदद मिलेगी. 

खेती को आसान बनाना हमारा उद्देश्य 

कृषि क्षेत्र की चुनौतियों को तकनीक के जरिए समाधान ला रही कंपनी सलाम किसान की संस्थापक और सीईओ धनश्री मंधानी ने कहा कि कृषि का भविष्य मानव प्रतिभा के साथ टेक्नोलॉजी के सहज एकीकरण में निहित है. यह साझेदारी भारत में कृषि के लिए अधिक टिकाऊ भविष्य को आकार देगी. इनोवेशन और रिसर्च में आईआईटी रोपड़ की विशेषज्ञता इस सहयोग को और मजबूत बनाती है. साथ मिलकर हमारा टारगेट व्यावहारिक और प्रभावशाली समाधान तैयार करना है जो किसानों का सपोर्ट करें और ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा दें. 

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