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Agriculture startups: फरीदाबाद के इस एग्रीकल्चर स्टार्टअप ने किया बड़ा काम, ऑर्गेनिक फार्मिंग करने के लिए मिला सम्मान

Agriculture startups: फरीदाबाद के इस एग्रीकल्चर स्टार्टअप ने किया बड़ा काम, ऑर्गेनिक फार्मिंग करने के लिए मिला सम्मान

Agriculture startup news: फरीदाबाद के एग्रीकल्चर स्टार्ट अप DELIA ग्रीन हाउस में सब्जियां उगाते हैं और इसके लिए हाइड्रोपनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. खेती में अच्छी प्रैक्टिस और कम केमिकल का उपयोग करने के लिए इनको लीप  इंडिया स्टार्टअप समिट 2024 में सम्मानित किया गया है.

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फल-सब्जियों में होने वाली मिलावट के बढ़ते मामले सेहत के लिए बड़ा खतरा बन रहे हैं, जरूरत से ज्यादा यूरिया, केमिकल और दूसरे पेस्टीसाइड की वजह से फल-सब्जियां अपना स्वाद और सेहत दोनों खो रहे हैं. अगर आप दिल्ली NCR में रहते हैं और ऐसे फल सब्जियां खाना चाहते हैं जो ऑर्गेनिक हो, जैविक तरीके से उगायी गई हों और उनमें पेस्टीसाइड्स का बेहद कम प्रयोग किया गया हो तो फरीदाबाद का एक एग्रीकल्चर स्टार्ट इस काम में मदद कर सकता है. साल 2020 में शुरू हुआ DELIA एग्रीकल्चर स्टार्टअप  सस्टेनेबल खेती की प्रैक्टिस को बढ़ावा देता है जिससे लोगों को सेहत से भरपूर सब्जियां मिलें और प्रकृति को भी कोई नुकसान ना पहुंचे. फरीदाबाद में स्थित ये स्टार्टअप ऑर्गेनिक खेती करता है और नई तकनीकों के आधार 10 एकड़ एरिया में अलग अलग तरीके के फल सब्जियां उगाता है . इस स्टार्टअप के सत्सुमी के नाम से फरीदाबाद में फार्म्स हैं जिनमें पैदा होने वाले फल-सब्जियों को पूरे दिल्ली NCR में सप्लाई किया जाता है.  
लीप इंडिया स्टार्ट अप अवॉर्ड से सम्मानित 
Dun & Bradstreet ने स्टार्ट अप इंडिया के साथ मिलकर स्टार्टअप 50 द ट्रेलब्लेजर अवॉर्ड 2024 आयोजित किए थे जिसमे स्केलेबेल, सेलेबेल और सस्टेनेबल फार्मिंग के आधार पर उभरते हुए स्टार्ट अप को सम्मानित किया गया था. इस केटेगरी में ही डेलिया स्टार्टअप को अवॉर्ड मिला. अवॉर्ड मिलने के बाद DELIA ग्रुप के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर अनंत मंडेलिया किसान तक से बातचीत में कहा कि वो इस सम्मान को पाकर बेहद खुश हैं और ये अवॉर्ड स्टेनेबल फार्मिंग और नई तकनीक से खेती करने की प्रैक्टिस का सम्मान है.

DELIA स्टार्ट अप के पीछे है शुद्ध खेती करने का जुनून 
अनंत मंडेलिया का कहना है कि वो स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाली खेती में यकीन करते हैं और इसलिए उन्होंने फरीदाबाद में करीब 10 एकड़ बड़े फार्म में सर्टिफाइड ऑर्गेनिक फार्मिंग शुरू की जिसमें करीब 20 लोग उनके साथ काम करते हैं. अनंत मंडेलिया ने कहा कि उनकी टीम में एक्सर्ट शामिल हैं जो एग्रीकल्चर में डॉक्टरेट या मास्टर डिग्री होल्डर हैं. अपनी टीम की बदौलत वो इस बड़े एरिया में आधुनिक तरीके से खेती करते हैं और ऐसी मॉडर्न प्रैक्टिस अपनाते हैं जिससे धरती और लोग दोनों की सेहत सुधरने की दिशा में काम हो.

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तकनीक से बदल रहे खेती की तस्वीर

  • 10 एकड़ जमीन में वो हाइड्रोपोनिक और ग्रीन हाउस तकनीक से पूरे साल सब्जियां उगाते हैं. साथ ही ये खेती में आधुनिक ड्रिप सिंचाई और प्रिसिजन एग्रीकल्चर से खेती करते हैं. ड्रिप इरिगेशन तकनीक अपनाने से वो पारंपरिक खेती के मुकाबले 80% तक कम पानी का उपयोग करते हैं.
  • खेती में जरूरत से ज्यादा पेस्टीसाइड और फर्टिलाइजर का उपयोग ना हो इसके लिए पौधों को खाद-पानी देने के लिए कंप्यूटराइज्ड फर्टिगेशन मशीन का इस्तेमाल करते हैं .इस तरीके से खेती करने पर पौधे स्वस्थ रहते हैं, मिट्टी में भी ज्यादा उर्वरक नहीं जाते जिससे जलवायु परिवर्तन पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता और प्रोड्यूस में भी कम केमिकल होते हैं.
  • इनके फार्म में प्रमाणित रूप से जैविक खेती होती है जिसमें कई तरह की सीजनल सब्जियां उगाई जाती है जो कीटनाशक, फफूंदीनाशक और हानिकारक रसायनों से मुक्त होती हैं.
  • DELIA के फार्म्स पर आनुवंशिक रूप से संशोधित बीजों का उपयोग नहीं किया जाता. इसके अलावा उनके खेतों में उगाए जाने वाली सब्जियां में ट्रेसबिलिटी है जिससे बुवाई से लेकर कटाई तक का पता लगाया जा सकता है.

शुद्ध और ऑर्गेनिक सब्जियां उगाने का है मिशन
अनंत मंडेलिया का कहना है कि वो लोगों को सबसे शुद्ध, ताजा, सर्टिफाइड ऑर्गेनिक सब्जियां खिलाना चाहते हैं. उनका कहना है कि जिन पैकेट्स में फल सब्जी सप्लाई होते हैं वो भी बायो प्लास्टिक से बने हैं और रीसाइकलेबल हैं.  अनंत का कहना है कि वो खेती में ऐसी प्रैक्टिस को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहे हैं जिससे मिट्टी की सेहत खराब ना हो और साथ ही जलवायु पर भी बुरा असर ना पड़े. अनंत का कहना है कि वो अपने फार्म में उगाये जाने वाले फल-सब्जियों की सप्लाई के लिए भी CNG वाली डिलीवरी वैन का उपयोग करते हैं जिससे कार्बन उत्सर्जन कम हो.