किसान क्रेडिट कार्ड योजना किसानों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुई है. यह योजना किसानों को खेती के लिए तुरंत और आसान ऋण मुहैया कराती है ताकि उन्हें फसल की बुआई, खाद, बीज, दवाई और बाकी कृषि कार्यों के लिए पैसों की कमी का सामना न करना पड़े. लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि अगर किसान यह लोन समय पर न चुका पाए तो क्या होता है? आइए आपको बताते हैं कि अगर आप बतौर किसान, यह लोन नहीं चुका पाए तो क्या वाकई आपको जेल भेज दीजिएगा.
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसान को उसकी जमीन की क्षमता और कृषि जरूरतों के हिसाब से एक क्रेडिट लिमिट दी जाती है. यह लिमिट 3 से 5 साल के लिए होती है और किसान जरूरत के अनुसार पैसा निकाल सकता है. ब्याज दर आमतौर पर सात फीसदी होती है, लेकिन समय पर भुगतान करने वाले किसानों को तीन प्रतिशत तक की ब्याज सब्सिडी भी दी जाती है.किसान क्रेडिट कार्ड योजना किसानों को आर्थिक मजबूती देने का एक अच्छा माध्यम है लेकिन इसका फायदा तभी तक है जब किसान समय पर लोन चुका पाएं. अगर किसी कारणवश भुगतान में देरी हो जाए, तो घबराने के बजाय बैंक से संपर्क कर समाधान निकालना बेहतर होता है.
नहीं, किसान क्रेडिट कार्ड लोन न चुकाने पर किसी किसान को तुरंत जेल नहीं भेजा जाता. यह एक सिविल (नागरिक) मामला है, आपराधिक नहीं. बैंक पहले कई बार नोटिस भेजती है, फिर वसूली की प्रक्रिया शुरू होती है. अगर किसान ईमानदारी से अपनी स्थिति बताता है तो बैंक उसे रि-पेमेंट की नई योजना या मोहलत भी दे सकती है.
सरकार समय-समय पर ऐसे किसानों के लिए राहत योजनाएं लाती है जो प्राकृतिक आपदा, बाढ़, सूखा या बीमारी जैसी वजहों से लोन नहीं चुका पाते. ऐसे मामलों में ब्याज में छूट या लोन माफी की घोषणा भी की जाती है.
यह भी पढ़ें-
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today