भाखड़ा नहर से पहुंचा पानी, सिरसा और फतेहाबाद के किसानों को मिली राहत

भाखड़ा नहर से पहुंचा पानी, सिरसा और फतेहाबाद के किसानों को मिली राहत

भाखड़ा नहर का पानी पहुंचने से फतेहाबाद और सिरसा के किसानों की उम्मीदें फिर से जगी हैं. लेकिन अभी भी कुछ इलाकों में पानी पहुंचना बाकी है और टैंकों की सफाई जैसी समस्याएं बनी हुई हैं. यदि प्रशासन सजगता से काम करे, तो यह राहत लंबे समय तक बनी रह सकती है.

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भाखड़ा नहर से पहुंचा पानी, सिरसा और फतेहाबाद के किसानों को मिली राहतभाखड़ा से पानी छोड़े जाने के बाद टोहाना हेड नहर लबालब भर गई

हरियाणा और पंजाब के बीच चल रहे जल विवाद के बीच सिरसा और फतेहाबाद के किसानों को आखिरकार राहत मिली है. खेतों में हरियाली की उम्मीद फिर से जगी है क्योंकि भाखड़ा नहर का पानी अब इन इलाकों तक पहुंच चुका है. गर्मी और पानी की भारी कमी से जूझ रहे लोगों और किसानों के लिए यह खबर किसी संजीवनी से कम नहीं है.

धान और हरे चारे की खेती को मिला सहारा

भाखड़ा से छोड़ा गया पानी अब हरियाणा की नहरों में बह रहा है. किसानों को सबसे ज्यादा चिंता थी कि धान की बुआई और हरे चारे की खेती के लिए पानी कहां से आएगा. अब पानी मिलने से इन दोनों जरूरी फसलों की खेती समय पर शुरू हो सकेगी.

तोहाना नहरों का शहर

भाखड़ा मुख्य नहर से पानी दो दिन में तोहाना हेड तक पहुंचता है. वहां से यह छह प्रमुख नहरों में बंटता है:

  • सिरसा ब्रांच
  • फतेहाबाद डिस्ट्रिब्यूटरी
  • पीरथला राजवाहा
  • सिद्धमुख नहर
  • समैंण राजवाहा
  • धमतान लिंक नहर

इसी वजह से फतेहाबाद का तोहाना क्षेत्र “नहरों का शहर” कहलाता है.

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सिरसा जिले में पानी की बहाली

अब सिरसा जिले के सभी प्रमुख इलाकों जैसे कालांवाली, डबवाली, रानियां और सिरसा शहर में नहर का पानी पहुंच चुका है. इससे खेतों की सिंचाई और पीने के पानी की समस्या दोनों का समाधान हो जाएगा.

टैंकर की जरूरत अब नहीं

पिछले एक महीने से लोग निजी टैंकरों पर निर्भर थे, जिनका खर्च ₹700–800 प्रति टैंकर तक पहुंच गया था. लेकिन अब नहरों से जुड़ी वाटर हाउसिंग स्कीमें फिर से भरने लगी हैं, जिससे घरेलू जल संकट भी कम होगा.

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कपास की बुआई को मिलेगी गति

पानी की देरी के कारण कपास की बुआई रुकी हुई थी और किसान परेशान थे. सूखे खेतों से उत्पादन घटने का डर था. लेकिन अब पंजाब से आए 2,800 क्यूसेक पानी ने इन चिंताओं को कुछ हद तक दूर कर दिया है.

कुछ इलाके अभी भी प्रतीक्षा में

नथूसरी और ऐलनाबाद जैसे क्षेत्रों में अभी पानी नहीं पहुंचा है. यहां पानी फतेहाबाद ब्रांच के जरिये आता है और उम्मीद है कि रविवार तक पहुंच जाएगा.

राजस्थान के इलाकों में भी पानी

बानी और पंजुआना सबडिवीजन के एसडीओ धर्मपाल पंवार ने बताया कि मम्मर, सहदेवा, रोड़ी ब्रांच, गुड़ा, रंगा, बानी डिस्ट्रिब्यूटरी और ओटू फीडर में भी पानी छोड़ा गया है, जिससे राजस्थान की सीमा से सटे गांवों को लाभ मिलेगा.

गांवों के टैंकों की सफाई ज़रूरी

हालांकि पानी मिल गया है, लेकिन कई गांवों में पानी के टैंकों की सफाई अभी तक नहीं हुई है. यदि जल्दी सफाई नहीं हुई, तो दूषित पानी पीने से बीमारियां फैल सकती हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है.

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