भारत में अब मशरूम की मांग काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. मशरूम एक ऐसी सब्जी है जो शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के लोगों को पसंद आता है. मशरूम न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि इनमें सेहत के लिए भी कई फायदे छिपे होते हैं. बता दें कि भारत में अलग-अलग प्रकार के मशरूम पाए जाते हैं, जो न केवल अपने स्वाद के लिए जाने जाते हैं, बल्कि उनमें पाए जाने वाले पोषक तत्व इसे एक बेहतरीन सुपरफूड बनाते हैं. यदि आप अपने आहार में कुछ ऐसा ही जोड़ना चाहते हैं जो स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक हो, तो मशरूम एक बेहतर विकल्प है. ऐसे में आज हम आपको भारत में पाए जाने वाले 5 ऐसे ही मशरूम के बारे में बताएंगे जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं. आइए जानते हैं इनकी खासियत और फायदे.
सफेद बटन मशरूम, जिसे सबसे हल्के स्वाद वाला मशरूम माना जाता है. मशरूम की ये किस्म भारतीय बाजारों में आसानी से मिल जाता है. इसमें कैलोरी और चीनी की मात्रा कम होती है, जबकि प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन डी जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं. यह हड्डियों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह शरीर में कैल्शियम को बढ़ाने में मदद करता है. इसके अलावा, सफेद बटन मशरूम में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को हानिकारक कणों से बचाते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखते हैं.
ऑयस्टर मशरूम सबसे बड़े प्रकार के खाद्य मशरूमों में से एक हैं, जो सबसे आम है. ऑयस्टर की खेती आसान है और ये मुख्यतः सड़ती हुई लकड़ी पर उगते हैं. यह खाद्य जंगली मशरूम अब दुनिया भर में व्यावसायिक रूप से उगाया जाता है और इसकी गंध हल्की मीठी, सौंफ जैसी होती है, जबकि इसका गूदा कोमल, मखमली बनावट और हल्का स्वाद वाला होता है. ऑयस्टर मशरूम ज़्यादातर वसा रहित होते हैं और इसमें विटामिन बी6 और थायमिन सहित अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं जैसे यह कोलेस्ट्रॉल कम करता है और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है.
शिमेजी मशरूम, जापानी भोजन में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाला किस्म है. यह मृत पेड़ों पर उगता है और इसका स्वाद कच्चा होने पर थोड़ा कड़वा होता है, लेकिन पकाने पर यह स्वाद में मीठा और कुरकुरा हो जाता है. शिमेजी मशरूम में कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्रा बहुत कम होती है. ये प्रोटीन, जिंक और विटामिन-B से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है.
एनोकी मशरूम, जिसे विंटर मशरूम भी कहा जाता है. ये मशरूम छोटे चमकीले सफेद रंग के और पतले तने वाले होते हैं. ये मशरूम कच्चा और पकाकर दोनों तरीके से खाया जा सकता है. एनोकी मशरूम में विटामिन बी3, बी5, बी2, आयरन, कैल्शियम, सेलेनियम और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है. बात करें इसके फायदे कि तो ये खून बनाने, पाचन और हड्डियों को मजबूत करने के लिए फायदेमंद है. इसके अलावा, यह मशरूम त्वचा की सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं.
ये मशरूम उगाने के मामले में सबसे आसान है. भारत में धान के भूसे से बने मशरूम की खेती लगभग 80 सालों से की जा रही है. यह अपने स्वाद, सुगंध, स्वादिष्टत और पोषक तत्वों के कारण सफेद बटन मशरूम जितना ही लोकप्रिय है. ये भूसे से बने मशरूम ठंडे होते हैं और गर्मियों के मौसम के लिए अच्छे होते हैं. ये मशरूम प्रोटीन, फाइबर, आयरन, विटामिन बी और विटामिन सी से भरपूर होता है. धान के भूसे से बने मशरूम के स्वास्थ्य लाभों में पाचन तंत्र में कोलेस्ट्रॉल को कम करना शामिल है. इसमें प्राकृतिक इंसुलिन होता है जो डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छा है.
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