राजस्थान की जनता ने अपना फैसला भाजपा के पक्ष में तीन दिसंबर को दे दिया. आज नौ दिसंबर है, लेकिन प्रदेश की सत्ता का साज आखिर किसके सिर सजेगा, पार्टी यह अभी तक तय नहीं कर पाई है. कई नामों की अटकलें हैं. वसुंधरा राजे, गजेन्द्र सिंह शेखावत, सीपी जोशी, ओम माथुर आदि...आदि. उधर, बीजेपी के विधायक दल की बैठक रविवार को होनी है. इससे पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार शाम 7.50 बजे विधायकों से बात करेंगे. उन्हें शुक्रवार को ही जयपुर आने के लिए बोल दिया गया था. पार्टी अध्यक्ष की विधायकों से होने जा रही मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है. उधर, सीएम का नाम चर्चाओं के बीच में से तय करने के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक शनिवार शाम तक जयपुर पहुंच रहे हैं. इनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सांसद सरोज पांडे और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े शामिल हैं. राजनाथ सिंह के पर्यवेक्षक नियुक्त करने के मायने निकाले जा रहे हैं कि वसुंधरा का नाम सीएम लिस्ट से हट गया है. उधर, आज सुबह कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम चुनने में हो रही देरी पर चुटकी ली. उन्होंने दिल्ली में कहा, “अगर कांग्रेस पांच-छह दिन मुख्यमंत्री का फैसला नहीं होता को पता नहीं क्या-क्या चिल्लाते कि आपस में फूट है, झगड़ा है. अब आप इनको पूछो क्या है? आपके पास क्या है? आज छह दिन हो गए हैं, मुख्यमंत्री का फैसला नहीं हुआ. गोगामेड़ी हत्याकांड की जांच एनआईए से कराने वाली फाइल पर मैंने साइन किया है. जबकि यह काम नए सीएम का था.”
गहलोत के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, “गहलोत अपने आप को इतना काबिल और बाकी सभी को नकारा और निक्कमा समझते हैं, तो कांग्रेस ने चुनाव में आपको चेहरा घोषित क्यों नहीं किया? अगर आप इतने ही काबिल हैं तो लीडर ऑफ अपोजिशन का फैसला अभी तक क्यों नहीं कर पाए हैं?”
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान में सीएम का चेहरा साफ नहीं होने के कारण मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी यह काम अटका हुआ है. उधर, छनती हुई जानकारी आ रही है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री के अलावा दो उप-मुख्यमंत्री बनाने के फॉर्मूले पर बीजेपी जा सकती है. कहा जा रहा है कि अगर ऐसा होता है तो इनमें एक महिला होगी. ताकि लोकसभा चुनावों में इसका संदेश महिलाओं में दिया जा सके.
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कयास हैं कि डिप्टी सीएम के पद पर आदिवासी और राजपूत चेहरे को भी मौका दिया जा सकता है. उधर, शुक्रवार रात पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. इस मुलाकात के भी प्रदेश की राजनीति के हिसाब से मायने निकाले जा रहे हैं.
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तिजारा से विधायक बने महंत बालकनाथ ने आज ट्वीट कर सीएम बनने की अटकलों को खारिज कर दिया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,“पार्टी व प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जनता-जनार्दन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया.
पार्टी व प्रधानमंत्री @narendramodi जी के नेतृत्व में जनता-जनार्धन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया।चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नज़र अंदाज़ करें।मुझे अभी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।
— Yogi Balaknath (@MahantBalaknath) December 9, 2023
चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नज़र अंदाज़ करें. मुझे अभी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है.”
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