UPITS 2025: ओडीओपी पवेलियन में लगेगा यूपी के 343 उत्‍पादों के स्‍टॉल, देखें लिस्‍ट

UPITS 2025: ओडीओपी पवेलियन में लगेगा यूपी के 343 उत्‍पादों के स्‍टॉल, देखें लिस्‍ट

UPITS 2025 में हॉल नंबर 9 में ओडीओपी पवेलियन लगेगा, जहां उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, शिल्प और कारीगरी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा. कुल 343 स्टॉल्स प्रदेश और जिलों की पहचान और उनकी कहानियों को जीवंत करेंगे.

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UPITS 2025: ओडीओपी पवेलियन में लगेगा यूपी के 343 उत्‍पादों के स्‍टॉल, देखें लिस्‍टकार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सीएम योगी

उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) इस बार एक विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा. यहां हॉल नंबर 9 में लगने वाला ओडीओपी पवेलियन राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, शिल्प और कारीगरी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पेश करेगा. यहां हर जिले की अपनी पहचान और अपनी कहानी उसके सिग्नेचर प्रोडक्ट के जरिए जीवंत दिखाई देगी. प्रदर्शनी में समूचे प्रदेश के उत्पादों से सजे कुल 343 स्टॉल्स लगाए जाएंगे, जो प्रदेश और हर जिले की कहानी बयां करेंगे.

परंपरा और भविष्‍य का दिखाई देगा संगम

ओडीओपी पवेलियन में परंपरा और भविष्य का संगम देखने को मिलेगा. भदोही के कालीन, फिरोजाबाद की कांच की कारीगरी, मुरादाबाद का मेटलवेयर और सहारनपुर की लकड़ी पर नक्काशी दर्शकों को आकर्षित करेगी. यह पवेलियन लोकल से ग्लोबल की पहल को साकार करेगा और राज्य की कला, कारीगरी और अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा.

जिला-उत्‍पाद के इतिहास, संस्‍कृति की मिलेगी जानकारी

ओडीओपी पवेलियन को ग्लोबल मार्केटप्लेस की तरह डिजाइन किया गया है. आगंतुकों को उत्पादों की विविधता देखने का अवसर मिलेगा और यह समझने का मौका मिलेगा कि हर जिले का यह उत्पाद किस तरह वहां की संस्कृति, इतिहास और समाज से जुड़ा हुआ है. यह स्टार्टअप्स, डिज़ाइनर्स और अंतरराष्ट्रीय बायर्स को एक साझा मंच उपलब्ध कराएगा.

इसमें सस्टेनेबिलिटी और इनोवेशन पर विशेष फोकस रखा गया है और पारंपरिक शिल्प को आधुनिकता के साथ जोड़कर नई संभावनाओं को तलाशा जाएगा. इससे कारीगर आधुनिक बाजार की जरूरतों को पूरा कर सकेंगे और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए टिकाऊ उत्पादन कर पाएंगे.

UPITS 2025 में इन उत्पादों के स्टॉल्स लगेंगे

  • फिरोजाबाद का ग्लास आर्ट
  • हाथरस की हींग
  • हापुड़ की हैंडलूम बेडशीट, टेक्सटाइल फर्निशिंग
  • गौतमबुद्ध नगर का टेक्सटाइल, ज्वेलरी
  • मुरादाबाद का मेटल फर्नीचर
  • बरेली का जरी जरदोजी
  • आगरा की लेदर एसेसरीज
  • मेरठ के स्पोर्ट्स प्रोडक्ट्स, मसाले
  • कन्नौज का इत्र, इसेंशियल ऑयल
  • कानपुर देहात के पीई पाइप्स
  • वाराणसी का सिल्क और बनारसी साड़ी
  • बाराबंकी का हैंडलूम
  • कानपुर के लेदर प्रोडक्ट्स, सैडलरी गुड्स
  • चित्रकूट के लकड़ी के खिलौने
  • सीतापुर का हैंडलूम दरी
  • बुलंदशहर का खुर्जा पॉटरी, सेरेमिक ज्वेलरी
  • भदोही और मिर्जापुर का कालीन
  • गाजियाबाद का इंजीनियरिंग गुड्स
  • लखनऊ का हैंडीक्राफ्ट चिकन इंब्रॉयडर्ड गारमेंट्स
  • फतेहपुर का आयरन चूल्सा
  • एटा के घुंघरू, घंटी और अन्य ब्रास
  • मैनपुरी की ताकशी आर्ट
  • फर्रूखाबाद का जरी जरदोजी
  • संत कबीरनगर की होजरी
  • जौनपुर की ऊनी दरी
  • प्रतापगढ़ के आमला प्रोडक्ट्स
  • संभल का रेशम आर्ट
  • पीलीभीत का वुड प्रोडक्ट
  • आजमगढ़ की सिल्क साड़ी
  • बागपत का हैंडलूम
  • औरैया का देसी घी और मिल्स प्रोडक्ट्स
  • अमेठी का मूंज प्रोडक्ट
  • झांसी के सॉफ्ट टॉयज
  • कुशीनगर का केला
  • अलीगढ़ के ताले और मेटल हैंडीक्राफ्ट
  • सुल्तानपुर का मूंज क्राफ्ट
  • सहारनपुर का वुडेन किचनवेयर
  • प्रयागराज का मूंज क्रॉफ्ट, अचार
  • मथुरा के ठाकुर जी की पोशाक
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