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Food Inflation: हरी मटर और केला ने रसोई का बजट बिगाड़ा, 12 माह के दौरान कीमतों में 45 फीसदी का उछाल 

Food Inflation: हरी मटर और केला ने रसोई का बजट बिगाड़ा, 12 माह के दौरान कीमतों में 45 फीसदी का उछाल 

अप्रैल में सब्जियों की महंगाई दर दोहरे अंक में बने रहे की संभावना जताई जा रही है. क्योंकि, सब्जियों की कीमतों बीते 12 माह में तेजी से बढ़ी हैं. महंगाई दर में सब्जियों का वेटेज लगभग 7.5 प्रतिशत है.

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मार्च में खाद्य महंगाई दर 8.52 फीसदी रही है. मार्च में खाद्य महंगाई दर 8.52 फीसदी रही है.

सब्जियों की लगातार बढ़ती कीमत ने रसोई का बजट बिगाड़ रखा है. हरी मटर, गाजर, हरा केला समेत अन्य सब्जियों के दाम बीते 12 महीनों में तेजी से बढ़े हैं. आलू का दाम 30 दिन में तो 12 फीसदी उछल गया है. कीमतों में ये उछाल अप्रैल की खाद्य महंगाई दर को ऊपर ले जाने के संकेत दे रहे हैं. मार्च में खाद्य महंगाई दर 8.52 फीसदी रही है, जिसे 9 फीसदी पहुंचने की आशंका जताई जा रही है. 

अप्रैल में सब्जियों की महंगाई दर दोहरे अंक में बने रहे की संभावना जताई जा रही है. क्योंकि, सब्जियों की कीमतों बीते 12 माह में तेजी से बढ़ी हैं. महंगाई दर में सब्जियों का वेटेज लगभग 7.5 प्रतिशत है. खाद्य मुद्रास्फीति में सब्जियों की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत से अधिक है. सब्जियों की कीमतों में बढ़ोत्तरी से शहरी और ग्रामीण महंगाई दर भी बढ़ने की आशंका बनी हुई है. 

हरा केला 12 माह में 1000 रुपये महंगा हुआ 

हरी मटर की मंडी कीमत 12 माह पहले अप्रैल में 4443 रुपये प्रति क्विंटल थी जो अप्रैल 2024 में 34 फीसदी बढ़कर 5993 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गई है. इसी तरह सब्जी में इस्तेमाल किया जाने वाले हरे केले में 44 फीसदी की महंगाई दर्ज की गई है. अप्रैल 2023 में हरा केला की कीमत 2084 रुपये प्रति क्विंटल थी वह अब अप्रैल 2024 में 3020 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गई है. इसी तरह गाजर की कीमत 20 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है, जो अप्रैल 2023 में 1658 रुपये प्रति क्विंटल थी वह अब अप्रैल 2024 में 2002 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है.  

प्याज-टमाटर की कीमत में उछाल 

आलू की कीमत एक महीने में 12 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई है. अप्रैल 2023 में आलू 834 रुपये प्रति क्विंटल थी जो अप्रैल 2024 में 1604 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गई है. इसी तरह प्याज की कीमत अप्रैल 2023 में 813 रुपये थी जो अप्रैल 2024 में 1362 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गई है. इसी तरह टमाटर में 62 फीसदी का बदलाव दर्ज किया गया है. अप्रैल 2023 में जो टमाटर 930 रुपये में था वह अप्रैल 2024 में 1512 रुपये प्रति क्विंटल कीमत में पहुंच गया. 

सब्जियों के उत्पादन पर दिखेगा मौसम का असर 

मार्केट एनालिटिकल फर्म क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विपरीत मौसम के साथ ही कीटों के प्रभाव के चलते सब्जियों का कम उत्पादन भी कीमतों में इजाफे की वजह है. क्रिसिल ने कहा कि भारतीय मौसम विभाग के अनुसार जून तक सामान्य से तापमान ऊपर रहने की संभावना है. इसका असर जायद और खरीफ सीजन की सब्जियों के उत्पादन पर पड़ेगा. फर्म का अनुमान है कि इसके चलते अगले कुछ महीनों तक सब्जियों की कीमतें ऊंची रह सकती हैं.

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