किसी भी पौधे को बीज से उगाना एक आम बात है. अगर आप गार्डनिंग का शौक रखते हैं तो अक्सर इस बात को लेकर परेशान भी होते होंगे कि बीज खरीदने के लिए बाजार या पास की नर्सरी जाना पड़ता है. तो अब जानिए उन पौधों के बारे में जिन्हें बिना बीज के भी उगाया जा सकता है. इन बिना बीज वाले पौधों का विस्तार कई अन्य विधियों जैसे लेयरिंग, सकर्स, कटिंग आदि के द्वारा किया जाता है. इन विधियों द्वारा न सिर्फ हम पौधे का विस्तार कर सकते हैं, बल्कि कम समय में हमें एक बेहतर पौधा भी प्राप्त होता है. यदि आप एक गार्डनर हैं और पौधे लगाने का शौक रखते हैं तो इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बीज के बिना या बगैर लगाए जाने वाले बेस्ट प्लांट कौन से हैं.
स्नेक प्लांट एक बीज के बिना उगाया जाने वाला बेहतरीन हाउसप्लांट है. इस पौधे को पत्तियों द्वारा उगाया जाता है.
आपको बस इस बात का ध्यान रखना है कि मिट्टी सॉफ्ट होनी चाहिए.स्नेक प्लांट को घर पर लगाने के लिए पत्तियों की कम से कम 6 इंच की कटिंग प्राप्त करें. पत्ती के कटे हुए सिरे को लगभग 3 इंच पानी से भरे जार में रखकर धूप वाले जगह पर रखें.
यह पत्तियों के रूप में विकसित होने वाला एक शो प्लांट है, इस पौधे की पत्तियां लंबी रसयुक्त और कांटेदार हैं. एलोवेरा की पत्तियां अपने एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण हर्ब के रूप में उपयोग की जाती हैं. आप इस पौधे को पत्तियों से उगा भी सकते हैं, लेकिन पत्तियों से लगाने पर जड़ों के विकसित होने की संभावना कम होती है, इसलिए इन पौधों को ऑफसेट से उगाना एक बेहतर तरीका है. एलोवेरा का पौधा एक ही गमले या ग्रो बैग में वर्षों तक लगा रह सकता है, इस पौधे को उगने के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है.
हिंदू धर्म मे वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व बताया गया है. घर बनाने से लेकर उसके सजावट, अंदर चीजों को व्यवस्थित करने तक में वास्तु का बहुत महत्व है. किचन से लेकर बेडरूम, वॉशरूम के साथ ही घर में रखने वाले पौधों को लेकर भी दिशाओं का बहुत महत्व बताया गया है. यह एवरग्रीन प्लांट बेल के रूप में बढ़ता है तथा इसमें बीज न होने के कारण, इसे आप कटिंग के द्वारा गमले में या पानी में भी ग्रो कर सकते हैं. कटिंग लगाने के कुछ सप्ताह बाद यह बेल नई ग्रोथ करने लगती है.
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रबर प्लांट को भी बिना बीज के उगाया जा सकता है. यह एक सदाबहार शो प्लांट है, जो अपनी खूबसूरत और अधिक चमकदार पत्तियों के लिए भी जाना जाता है. इस पौधे की प्रमुख विशेषता है, कि पत्तियां धूल और मिट्टी को अपनी तरफ खींचकर हवा को शुद्ध करती हैं तथा घर में स्वच्छ वातावरण का निर्माण करती हैं. यह पौधा कम धूप में भी अच्छी तरह सर्वाइव कर लेता है,इसके पौधे को आप एक छोटे साइज के पॉट में टेबल टॉप प्लांटर के रूप में आसानी से ग्रो कर सकते हैं.
जेड प्लांट छोटी, गोल तथा मांसल पत्तियों वाला सकुलेंट प्लांट है, जो बिना बीज के ग्रो किया जाता है. पूरी तरह से विकसित हो जाने के बाद इस पौधे में छोटे सफेद और गुलाबी रंग के फूल खिलते हैं, जो इसे और भी अधिक आकर्षक व सुंदर बनाते हैं.आप इस पौधे की स्टेम कटिंग को एक छोटे पॉट या गमले में एक भाग खाद और एक भाग मिट्टी से तैयार पॉटिंग मिक्स में लगा सकते हैं. जेड प्लांट को उगने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती.
टर्टल वाइन प्लांट एक डिजाइनर पत्तियों वाला डेकोरेटिव प्लांट है, इस पौधे की पत्तियां गहरे हरे रंग की तथा कटी हुई होती हैं, जो इसे नया रूप व आकार देती हैं. इस पौधे की की कटिंग से आप नया पौधा ग्रो कर सकते हैं. टर्टल वाइन प्लांट अधिक धूप को सहन नहीं कर पाता, इसे आप आंशिक छाया वाली जगह या खिड़की के पास रख सकते हैं. इस इंडोर प्लांट में गुलाबी, सफेद, पीला, नारंगी और लाल रंग के फूल भी खिलते हैं. टर्टल वाइन की देखभाल पर यह अद्भुत मार्गदर्शिका आपको अपने टर्टल वाइन के पौधे को विकसित करने और उसकी देखभाल करने में मदद करेगी. टर्टल वाइन की धूप, पानी, उर्वरक आवश्यकताओं और प्रजनन विधि के बारे में जानें.
स्पाइडर प्लांट इस पौधे की लंबी पत्तियां जाले के समान फैली हुई होती हैं इसलिए इसे स्पाइडर प्लांट कहा जाता है. इस पौधे को आप एक छोटे पॉट में अच्छी तरह से सूखी हुई पॉटिंग मिक्स में लगा सकते हैं. तेजी से वृद्धि करने वाला यह पौधा, मध्यम या आंशिक सूर्य प्रकाश में अच्छी ग्रोथ करता है. स्पाइडर प्लांट को घर पर लगाने से हवा शुद्ध रहती है. ये एक एयर प्यूरिफायर की तरह काम करता है. यह हवा में मौजूद टोल्यूनि, कार्बन मोनोऑक्साइड, जाइलीन, जैसे खतरनाक केमिकल को हटाने में मदद करते हैं.
पोथोस प्लांट बेल के रूप में विकसित होने वाला एक इनडोर प्लांट है, इस पौधे की हरे तथा सफ़ेद मिश्रित रंग की पत्तियां हार्ट शेप की होती है तथा इन पत्तियों पर मोम के जैसी चमकदार परत होती है. पोथोस प्लांट को आप कटिंग के द्वारा पानी या मिट्टी में इनडोर ग्रो कर सकते हैं. बेल के रूप में विकसित होने वाला, यह पौधा हैंगिंग पॉट्स में बहुत ही सुंदर दिखाई देता है.
केला बहुत ही स्वादिष्ट तथा पसंदीदा फल है, जिसे अधिकतर लोग खाना पसंद करते हैं. यह फल कई सारे विटामिन तथा प्रोटीन का उत्तम स्रोत होता है. आप भी इस फल वाले पौधे को आसानी से अपने घर पर लगा सकते हैं. केला का पौधा लगाने की प्रमुख विधि रूट सकर्स मेथड है, इस विधि में केला के पौधे की जड़ों से निकलने वाले छोटे पौधों को अलग करके दूसरे स्थान पर लगा दिया जाता है। केला एक हैवी फीडर प्लांट है, अतः इसे अच्छी तरह से विकसित होने के लिए नियमित समयांतराल से जैविक खाद डालें.
ड्रेकेना धीमी गति से बढ़ने वाला इनडोर प्लांट है. इस पौधे की सफेद-पीले रंग के किनारों वाली पत्तियां पाम के जैसी लंबी, पतली और हरी होती हैं, तथा कुछ किस्मों में गुलाबी रंग के धारीदार पत्ते होते हैं. इंडोर प्लांट्स न सिर्फ घर की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि घर के अंदर की हवा को शुद्ध बनाने में भी मदद करते हैं. ड्रेकेना के पौधे की लगभग 6 इंच की कटिंग लें तथा कटे हुए सिरे को पानी में डालकर धूप वाले स्थान पर रखें. जब कटिंग से जड़ें निकलनी शुरू हो जाए, तब आप इसे गमले में पॉटिंग मिक्स भरकर लगा सकते हैं.
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