
नवरात्रि के दिन अब नजदीक आ रहे हैं. लोग 10 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा करते हैं ताकि मां दुर्गा की कृपा उन पर हमेशा बनी रहे. इस दौरान कई लोग पूजा-पाठ के साथ-साथ व्रत भी रखते हैं. हिंदू धर्म में नवरात्रि व्रत का विशेष महत्व है. व्रत के दिनों में सादा भोजन और केवल फल खाने की परंपरा है. इन दिनों सामान्य दिनों की तुलना में अधिक संतुलित आहार का सेवन किया जाता है. जिस वजह से नवरात्रि में व्रत रखने वालों के शरीर को उचित पोषण नहीं मिल पाता है. इस दौरान शरीर में वसा, कैलोरी और शुगर आदि की मात्रा अत्यधिक बढ़ जाती है. नवरात्रि के नौ दिन पूरे होने के बाद ही व्रत समाप्त होता है, जिसके बाद लोग अधिक भोजन करते हैं. इसका असर उनकी सेहत पर दिखने लगता है.
इसके अलावा वजन बढ़ने की समस्या भी होने लगती है. नवरात्रि के दौरान व्रत रखने के साथ-साथ सेहत का भी खास ख्याल रखना ज्यादा जरूरी है. ऐसे में रागी स्मूदी एक बेहतर विकल्प है. इस स्मूदी में रागी के साथ-साथ कई और फलों को भी मिलाया जाता है. जिस वजह से यह और भी हेल्दी और स्वादिष्ट बन जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है रागी स्मूदी और इसको बनाने का तरीका.
रागी बनाना डेट्स स्मूदी रेसिपी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक पेय है जो रागी के आटे (फिंगर बाजरा), केले, खजूर और दूध से बनाया जाता है. इतना ही नहीं यह शाकाहारी और ग्लूटेन-मुक्त भी होता है. रागी कार्बोहाइड्रेट से भरपूर है, जो शरीर में ऊर्जा को लंबे समय तक बनाए रखता है. इससे आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करने और पूरे उपवास अवधि के दौरान ऊर्जा का स्तर बनाए रखने में मदद मिल सकती है. रागी कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और बी विटामिन (विशेष रूप से बी1, बी2 और बी3) सहित आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर है. ये पोषक तत्व बेहतर स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और उपवास के दौरान आपकी पोषण को पूरा करने में आपकी मदद कर सकते हैं.
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