सुबह या शाम के नाश्ते के लिए डोसा एक बेहतर विकल्प है. इसके स्वाद के कारण कई लोग इसके दीवाने हैं. जिस वजह से इसकी लोकप्रियता भी लगातार बढ़ती जा रही है. इसे बनाने में ज्यादा तेल या मसालों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. जिसके कारण यह सेहत के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है. साउथ में डोसा की डिमांड बहुत ज्यादा है. यहां लोग रोज सुबह नाश्ते में डोसा खाना पसंद करते हैं और घर पर ही बनाते हैं. हालाँकि, डोसे में चावला के साथ-साथ अन्य सामग्रियों का भी इस्तेमाल किया जाता है. जिसके कारण कुछ लोग इसे खाने से कतराते हैं. ऐसे में अगर आप मोटे अनाज की मदद से डोसा बनाएं तो यह हर किसी के लिए हेल्दी नाश्ता हो सकता है. ऐसे में इन दिनों कुट्टू फ्यूजन डोसा काफी मशहूर हो रहा है. आइए जानते हैं क्या है ये कुट्टू फ्यूजन डोसा और क्या है इसकी रेसिपी.
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रागी में अन्य अनाजों की तुलना में 5 से 30 गुना अधिक कैल्शियम होता है. राष्ट्रीय पोषण संस्थान के अनुसार 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है, जो पूरे दिन की कैल्शियम की आवश्यकता को पूरा करने के लिए काफी है. रागी में कैल्शियम भरपूर मात्रा अधिक होने के कारण हड्डियां, दांत मजबूत रहते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों से जुड़ी बीमारी) से बचाव मिलता है.
कैल्शियम से भरपूर होने के कारण बढ़ते बच्चे और गर्भवति महिलाओं के लिए रागी के फायदे बढ़ जाते हैं. कैल्शियम के अलावा, रागी में विटामिन डी की मात्रा भरपूर होती है. विटामिन डी होने से कैल्शियम आसानी से अवशोषित हो जाता है. अगर आपको भोजन से विटामिन डी नहीं मिल रहा है, तो आप रागी को आहार में शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा रागी के और कई गुण हैं. रागी खाने से शुगर लेवल कम रहता है, वजन कम होता है, एंटी एजिंग की भी समस्या से छुटकारा मिलता है.
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