मोरिंगा यानी सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है. इसे कच्चा खाने के अलावा इसे चाय या दाल में भी मिलाकर खाया जा सकता है. इतना ही नहीं मोरिंगा की पत्तियों का काढ़ा भी बनाकर पिया जा सकता है. सहजन की उच्च पौष्टिकता के कारण इसे सुपरफूड माना गया है. सहजन की पत्तियां या फूल या इसकी फली बड़ी मात्रा में विटामिन, कैल्शियम, आयरन और आवश्यक अमीनो एसिड से भरपूर होती हैं. जिस वजह से यह आपके सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. तो आइए जानते हैं क्या है इस पत्तियों के फायदे.
वजन घटाने के लिए मोरिंगा खाने या पीने की सलाह दी जाती है. मोरिंगा की पत्तियों में वसा कम और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. सुबह मोरिंगा की चाय या दाल पीने से फैट कम होती है और शरीर को ऊर्जा मिलती है.
सहजन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है. इसमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो हमारे शरीर में बढ़े हुए शुगर लेवल को बनाए रखते हैं. मधुमेह के रोगी इसकी पत्तियों को सलाद के रूप में खा सकते हैं. इसके अलावा एनीमिया से पीड़ित लोगों को भी यह सब्जी जरूर खानी चाहिए. यह खून की कमी को पूरा करता है.
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सहजन के इस्तेमाल से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. अगर किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो रही है तो उसे सहजन की फली का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए, इससे व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मिलेंगे, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होंगे.
कई शोध से पता चला है कि मोरिंगा की पत्तियों का काढ़ा पीने से पाचन में मदद मिलती है. इसलिए विशेषज्ञों का सुझाव है कि जिन लोगों को कब्ज, सूजन आदि जैसी समस्याएं हैं, वे मोरिंगा के पत्तों को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं.
अगर आपको दिमाग से जुड़ी कोई समस्या है तो सहजन के सेवन से न सिर्फ दिमाग स्वस्थ रहेगा बल्कि याददाश्त भी बेहतर हो सकती है. आप सहजन की सब्जी बनाकर खा सकते हैं या फिर इसका सूप बनाकर भी पी सकते हैं. सहजन के सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है और खतरनाक संक्रमण से भी बचा जा सकता है.
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