गणेश उत्सव हमारे देश का एक प्रमुख त्योहार है, जो भक्ति, उल्लास और स्वादिष्ट प्रसाद से भरा होता है. इस अवसर पर भगवान गणेश को प्रिय मोदक का विशेष महत्व होता है. पर आजकल के समय में जब सेहत को लेकर लोग जागरूक हो रहे हैं, ऐसे में क्यों न पारंपरिक मोदक को एक हेल्दी ट्विस्ट दिया जाए. इस गणेश चतुर्थी, मिलेट्स (मोटे अनाज) से बने मोदक का भोग लगाएं और अपने परिवार की सेहत का भी ख्याल रखें.
मिलेट्स यानी मोटे अनाज, जैसे- रागी, बाजरा, ज्वार, कंगनी, कोदो, सामा आदि. ये अनाज पुराने समय से भारत की परंपरा का हिस्सा रहे हैं. मिलेट्स फाइबर, आयरन, प्रोटीन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं और इनका सेवन शरीर को कई बीमारियों से बचाता है. आजकल मिलेट्स को ‘सुपरफूड’ भी कहा जाता है.
मोदक वैसे तो चावल के आटे और नारियल-गुड़ की भरावन से बनते हैं, जो अपने आप में बेहद हेल्दी है लेकिन अब इन्हें और ज्यादा पौष्टिक बनाने के लिए आप चावल की जगह मिलेट्स के आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं. रागी या बाजरे के आटे से बने मोदक न सिर्फ स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि ये पचाने में भी आसान होते हैं.
भगवान गणेश को मोदक बहुत प्रिय हैं, और जब आप उन्हें मिलेट्स से बना स्वादिष्ट व पौष्टिक मोदक अर्पित करेंगे, तो निश्चित ही वे प्रसन्न होंगे. साथ ही, यह प्रसाद आपके परिवार की सेहत के लिए भी वरदान साबित होगा.
गणेश उत्सव केवल पूजा-पाठ का ही नहीं, बल्कि अच्छे स्वास्थ्य और सकारात्मक बदलाव का भी समय है. इस बार त्योहार को और भी खास बनाएं- पारंपरिक स्वाद को बनाए रखते हुए मिलेट्स जैसे हेल्दी विकल्प को अपनाएं. आइए, इस गणेश चतुर्थी पर प्रसाद में सेहत का भी स्वाद जोड़ें.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today