हर साल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने की तिथि पर मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है और इसके एक दिन पहले लोहड़ी का त्योहार भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. सनातन धर्म में लोहड़ी पर्व का विशेष महत्व है. सिख धर्म को मानने वाले लोग लोहड़ी का त्यौहार बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. इस साल की बात करें तो 15 जनवरी को मकर संक्रांति और 14 जनवरी को लोहड़ी है. इस दिन रवि योग समेत कई शुभ योग बन रहे हैं. अगर इन योगों में लोहड़ी मनाई जाए तो कई गुना फल प्राप्त होता है. आइये जानते हैं शुभ मुहूर्त और शुभ योग के बारे में विस्तार से.
ज्योतिषियों के मुताबिक 15 जनवरी की देर रात सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं. साल 2024 में मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी. इससे एक दिन पहले लोहड़ी मनाई जाएगी. इस दिन रात 08 बजकर 57 मिनट पर संक्रांति तिथि पड़ रही है.
लोहड़ी के दिन पहली बार गर गर करण बन रहा है. यह योग सुबह 07 बजकर 59 मिनट तक बन रहा है और फिर 10 बजकर 22 मिनट से रवि योग बन रहा है. यह योग 15 जनवरी की सुबह 07:15 बजे तक बना हुआ है. वणिज करण शाम 06 बजकर 27 मिनट तक बन रहा है. इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:09 बजे से 12:51 बजे तक है. गोधूलि बेला शाम 05:42 बजे से 06:09 बजे तक है.
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सुबह 07 बजकर 15 मिनट पर
सूर्यास्त कब से कब तक?
शाम 05 बजकर 45 मिनट पर
चन्द्रोदय कब से कब तक?
सुबह 09 बजकर 37 मिनट पर
चंद्रास्त कब से कब तक?
शाम 09 बजकर 02 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त कब से कब तक?
सुबह 05 बजकर 27 मिनट से 06 बजकर 21 मिनट तक
विजय मुहूर्त कब से कब तक?
दोपहर 02 बजकर 15 मिनट से 02 बजकर 57 मिनट तक
गोधूलि बेला कब से कब तक है?
शाम 05:42 बजे से शाम 06:09 बजे तक
निशिता मुहूर्त कब से कब तक है?
12:03 बजे से 12:57 बजे तक
कब से कब तक है अशुभ समय?
राहुकाल कब से कब तक है?
शाम 04:26 से शाम 05:45 तक
गुलिक काल कब से कब तक?
दोपहर 03:07 बजे से शाम 04:26 बजे तक
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