अगर आप बुढ़ापे में अपनी रकम पर मोटी बचत करना चाहते हैं तो फिक्स्ड डिपॉजिट बेहतर ऑप्शन हो सकता है. यदि रिटायर हो चुके हैं या किसी संपत्ति से आपको रकम हासिल हुई है तो आप बुढ़ापे में अच्छी बचत के लिए एफडी स्कीम में निवेश कर सकते हैं. एफडी की खासियत है कि इसमें आपका पैसा डूबता नहीं है और गारंटी के साथ रिटर्न मिलता है. बुजुर्गों के लिए कई सरकारी और निजी बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरों को बढ़ाया है. जबकि, सामान्य नागरिकों की तुलना में अधिक ब्याज दर भी देते हैं. कई बैंक 3 साल की एफडी पर वरिष्ठ नागरिकों 8.1% तक ब्याज दर का लाभ दे रहे हैं.
डीसीबी बैंक (DCB Bank) वरिष्ठ नागरिकों को 26 महीने से 37 महीने से कम अवधि के बीच मेच्योर होने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर 8.1% की ब्याज दर देता है.
आरबीएल बैंक (RBL Bank) 24 महीने 1 दिन से 36 महीने के बीच मेच्योर होने होने वाली एफडी स्कीम पर वरिष्ठ नागरिकों को 8 फीसदी की ब्याज दर दे रहा है.
इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) 2 साल 9 महीने से 3 साल 3 महीने के बीच मेच्योर होने वाली वरिष्ठ नागरिकों की एफडी पर 8 फीसदी की ब्याज दर दे रहा है.
आईडीएफसी बैंक (IDFC Bank) वरिष्ठ नागरिकों की 2 साल 1 दिन से 3 साल के बीच मेच्योर होने वाली FD पर 7.75% की ब्याज दर दे रहा है.
बंधन बैंक (Bandhan Bank) 3 साल से 5 साल के बीच मेच्योर होने वाली वरिष्ठ नागरिकों की FD पर 7.75% की ब्याज दर देता है.
ICICI बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 2 साल 1 दिन से 3 साल के बीच मेच्योर होने वाली FD पर 7.5% की ब्याज दर देता है.
एफडी में निवेश करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान देना चाहिए कि यदि किसी विशेष बैंक में सभी एफडी से ब्याज के रूप में कमाई गई रकम 50,000 रुपये से अधिक है तो बैंक टीडीएस कटौती करेगा. फिलहाल टीडीएस कटौती दर 10 फीसदी है. वहीं, यदि कोई वरिष्ठ नागरिक पैन नहीं देता है तो टीडीएस कटौती 20 फीसदी होगी.
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