29 जुलाई को हर साल दुनियाभर के इंटरनेशनल टाइगर्स डे (अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस) मनाया जाता है. दुनियाभर के कई देशों में टाइगर पाए जाते हैं, इनकी संख्या में लगातार हो रही कमी के कारण इस दिन काे बाघों की सुरक्षा और संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है. इस बीच, सरकार ने बाघ की मौत से जुड़े आंकड़े साझा किए हैं, जाे बेहद चौकाने वाले हैं और बाघों की सुरक्षा पर और गंभीरता से काम करने की चेतावनी दे रहे है. 2021 से अब तक देश में हुई कुल बाघों की मौतों में से 50 फीसदी से ज्यादा घटनाएं संरक्षित टाइगर रिजर्व के बाहर हुई हैं. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 से जुलाई 2025 तक कुल 667 बाघों की मौत हुई, जिनमें 341 यानी 51 फीसदी बाघों ने टाइगर रिजर्व के बाहर दम तोड़ा.
महाराष्ट्र में सबसे अधिक 111 बाघों की मौतें रिजर्व के बाहर दर्ज की गईं. इसके बाद मध्य प्रदेश में 90 बाघों की मौत हुई. वहीं. अन्य प्रमुख राज्यों में केरल, उत्तराखंड, कर्नाटक और तेलंगाना शामिल हैं.
2021: कुल 129 मौतें, इनमें से 64 रिजर्व के बाहर
2022: कुल 122 मौतें, 52 रिजर्व के बाहर
2023: सबसे ज्यादा 182 मौतें, जिनमें 100 रिजर्व के बाहर
2024: 126 मौतें, 65 रिजर्व के बाहर
2025 (अब तक): 108 मौतें, जिनमें 60 रिजर्व के बाहर
एनटीसीए के मुताबिक, 2012 से 2024 तक कुल 1,519 बाघों की मौत हुई, जिनमें 42% मौतें संरक्षित क्षेत्रों के बाहर हुईं. सबसे बड़ी चिंता यह है कि वर्तमान में देश के अनुमानित 3,682 बाघों में से 30 प्रतिशत बाघ रिजर्व के बाहर रह रहे हैं, जिससे इंसान-बाघ संघर्ष की आशंका बढ़ जाती है.
सरकार जल्द ही "Tigers Outside Tiger Reserves (TOTR)" नामक योजना शुरू करने जा रही है. यह योजना 17 राज्यों के 80 वन मंडलों में लागू होगी. इसका उद्येश्य रिजर्व से बाहर रहने वाले बाघों की निगरानी और सुरक्षा बढ़ाना है.
मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एवं बाघ अभयारण्य (केएनपीटीआर) में बाघों की संख्या 27 बढ़कर कुल 148 हो गई है. "काजीरंगा में बाघों की स्थिति, 2024" शीर्षक वाली इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वृद्धि विशेष रूप से विश्वनाथ वन्यजीव प्रभाग में पहली बार किए गए नमूने के कारण उल्लेखनीय है, जहां 27 बाघों की उपस्थिति ने समग्र वृद्धि में योगदान दिया है. वन के तीन प्रभागों में पहचाने गए 148 वयस्क बाघों में से 83 मादा, 55 नर और 10 अनिर्धारित लिंग वाले हैं.
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