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Poultry: हाईटेक पोल्ट्री फार्म खोलना चाहते हैं तो प्रति मुर्गी आएगा 600 से 700 रुपये खर्च 

Poultry: हाईटेक पोल्ट्री फार्म खोलना चाहते हैं तो प्रति मुर्गी आएगा 600 से 700 रुपये खर्च 

घरेलू बाजार में तो अंडे-चिकन की डिमांड है ही, अब तो एक्सपोर्ट बाजार में भी इंडियन पोल्ट्री के अंडों की डिमांड खूब आने लगी है. बीते दो साल में ही कई नए देशों ने अंडे खरीदना शुरू किया है. पोल्ट्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार चिकन के लिए भी एक्सपोर्ट बाजार में रास्ते खोलने की तैयारी कर रही है. 

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अंडे और चिकन का एक्सपोर्ट बढ़ाने की कोश‍िशें चल रही हैं. फोटो क्रेडिट-किसान तक अंडे और चिकन का एक्सपोर्ट बढ़ाने की कोश‍िशें चल रही हैं. फोटो क्रेडिट-किसान तक

जानकारों की मानें तो पोल्ट्री सेक्टर देश में ऐसा इकलौता सेक्टरर है जो आठ से 10 फीसद की रेट से लगातार बढ़ रहा है. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि अंडे-चिकन का ये कारोबार आज दो लाख करोड़ को भी पार कर चुका है. केन्द्रीय डेयरी और पशुपालन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में प्रति व्यक्ति के हिस्से् में आज 101 अंडे सालाना आते हैं. वहीं देश के कुल मीट उत्पादन करीब 10 मिलियन टन में 50 फीसद से ज्यादा की हिस्सेदारी तो अकेले चिकन की है. 

अंडा हो या चिकन, कोरोना के बाद से इनकी खपत और ज्यादा बढ़ गई है. डायटीशियन की मानें तो कम पैसों में ज्यादा प्रोटीन का इससे बढ़िया कोई और सोर्स आज बाजार में मौजूद नहीं है. आज पोल्ट्री  फार्म अंडे के लिए खोला जाए या फिर चिकन के लिए दोनों ही फायदेमंद हैं. लेकिन उससे पहले ये जरूरी है कि पोल्ट्री फार्म से जुड़ी कुछ खास बातों पर गौर कर लिया जाए. 

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अंडे वाले पोल्ट्री फार्म से जुड़ी खास बातें 

लेअर बर्ड-

लेअर बर्ड का एक दिन का चूजा (चिक्स) 46 रुपये का आता है. 

120 से 130 दिन के बाद अंडा देना शुरू कर देता है. 

शुरुआत 25 ग्राम के अंडे से होती है. फिर ये 35, 40 से 48 ग्राम पर आ जाता है.

150 दिन पर मुर्गी सामान्य यानि 53 से 56 ग्राम का अंडा देने लगती है. 

19 से 20 महीने तक की मुर्गी 90 फीसद अंडा देती है. 

इसके बाद 20 दिन की मोल्टिंग पर लगाकर मुर्गी से फिर 80 से 90 फीसद तक अंडा लिया जाता है. 

मोल्टिंग के दौरान मुर्गी के पंख झड़ जाते हैं. फिर दोबारा से आने लगते हैं. 

मोल्टिंग के दौरान मुर्गी के खानपान को पूरी तरह से बदल दिया जाता है. 

एक वक्त ऐसा भी आता है कि मुर्गी अंडा देना बंद कर देती है.

अंडा ना देने वाली मुर्गी को चिकन के लिए पाले जाने वाले मुर्गें (ब्रॉयलर) की फीड खिलाई जाती है. 

ब्रॉयलर वाली फीड देकर मुर्गी को 15 से 20 दिन में दो से 2.5 किलो तक का कर दिया जाता है.

ब्रॉयलर फीड खाकर तैयार हुई मुर्गी को बाजार के मुताबिक 50-60 रुपये किलो तक में बेच दिया जाता है.  

हाईटेक फार्म लेअर के लिए

जींद, हरियाणा और यूपी में गोरखपुर पोल्ट्री के बड़े हब हैं. 

फार्म बनाने के ठेकेदार भी यहां मिल जाते हैं.   

30 हजार मुर्गी के फार्म पर 700 रुपये एक मुर्गी का खर्च आएगा. 

30 हजार से ज्याादा मुर्गी होने पर 650 रुपये आएगा खर्च. 

40 से 50 हजार मुर्गी पर 600 रुपये प्रति एक मुर्गी खर्च आएगा. 

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सामान्य लेअर फार्म 

जहां हाथ से अंडा उठाया जाएगा और बीट साफ की जाएगी. 
30 हजार मुर्गी तक 500 रुपये प्रति मुर्गी का खर्च आएगा.