फसलों की सुरक्षा के लिए प्रोडक्ट बनाने वाली दिग्गज एग्रोकेमिकल कंपनी क्रिस्टल क्रॉप (Crystal Crop) तेजी से अपने बिजनेस का विस्तार कर रही है. इसी दिशा में क्रिस्टल क्रॉप ने कदम बढ़ाते हुए एग्रीकल्चर सेक्टर दिग्गज जर्मन कंपनी बेयर एजी (Bayer AG) के कंपोनेंट एथोक्सीसल्फ्यूरॉन का अधिग्रहण कर लिया है. इससे पहले कंपनी बेयर एजी के सरसों, कपास और बाजार बीज कारोबार का स्वामित्व भी अपने नाम कर चुकी है. इससे पहले नवंबर 2024 में क्रिस्टल क्रॉप ने अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए बेंगलुरू बेस्ड बीज कंपनी आईएंडबी सीड्स (I&B Seeds) का अधिग्रहण किया है.
क्रिस्टल क्रॉप एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट बेस्ड क्रॉप सॉल्यूशन कंपनी है जो 4 दशकों से ज्यादा समय से उन्नत, किसान केंद्रित समाधान उपलब्ध करा रही है. कंपनी फसलों की सुरक्षा के लिए कई प्रोडक्ट मार्केट में उतार चुकी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रिस्टल क्रॉप ने अब एग्रीकल्चर सेक्टर की दिग्गज जर्मन कंपनी बेयर एजी के अहम कंपोनेंट एथोक्सीसल्फ्यूरॉन का अधिग्रहण कर लिया है. इस अधिग्रहण के पीछे धान फसल के खरपतवारनाशक उत्पाद बाजार में पैठ बनाना है. कंपोनेंट एथोक्सीसल्फ्यूरॉन का इस्तेमाल धान समेत दूसरी फसलों के खरपतवार नष्ट करने के लिए प्रोडक्ट बनाने में किया जाता है.
क्रिस्टल क्रॉप ने बेयर एजी से इस सौदेबाजी को अब तक के सबसे बड़े अधिग्रहणों में से एक बताया है. क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन ने कुछ एशियाई देशों में बिक्री के लिए बायर एजी कंपोनेंट एथोक्सीसल्फ्यूरॉन के वैश्विक अधिग्रहण की घोषणा की है. यह अधिग्रहण क्रिस्टल का 13वां रणनीतिक लेनदेन है और 2021 में भारतीय कपास, मोती बाजरा और सरसों, ज्वार के बीज पोर्टफोलियो का अधिग्रहण करने के बाद बेयर से किया गया यह पांचवां अधिग्रहण है. कंपनी को उम्मीद है कि इस सौदेबाजी से कंपनी को रेवेन्यू में 20 फीसदी का इजाफा होगा और उसका कारोबार बढ़ेगा.
कहा गया है कि इस लेनदेन से सनराइस ट्रेडमार्क और एथोक्सीसल्फ्यूरॉन युक्त मिश्रण उत्पाद के साथ-साथ सभी रजिस्ट्रेशन क्रिस्टल क्रॉप को मिलेंगे. एथोक्सीसल्फ्यूरॉन चावल और अनाज की फसलों में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है. बयान में कहा गया है कि यह अधिग्रहण क्रिस्टल के उस मिशन के अनुरूप है, जिसके तहत स्थानीय स्तर पर प्रोडक्ट बनाने, टिकाऊ समाधान दिए जाते हैं. .
क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन के एमडी अंकुर अग्रवाल के हवाले से कहा गया है कि यह अधिग्रहण हमारे पोर्टफोलियो को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने का प्रमाण है. ऐसे समाधानों के साथ जो वास्तव में किसानों के जीवन में बदलाव लाते हैं. इस लेनदेन के साथ हम उन्नत खरपतवार प्रबंधन समाधानों के साथ किसानों को मजबूत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. अपने मजबूत मार्केटिंग नेटवर्क और मैन्यूफैक्चरिंग क्षमताओं का लाभ उठाकर हम यह पक्का करेंगे कि ये सॉल्यूशन भारत, दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में किसानों तक पहुंच सके.
क्रिस्टल क्रॉप तेजी से विस्तार करने के मोड में चल रही है. क्रिस्टल क्रॉप ने इससे पहले 2023 में कोहिनूर सीड्स से सदानंद कपास बीज पोर्टफोलियो और बेयर से 2021 में कपास, मोती बाजरा, सरसों और ज्वार पोर्टफोलियो खरीद चुकी है. कंपनी ने 2018 और 2022 के बीच सिंजेन्टा, एफएमसी और डॉव कोर्टेवा समेत कुछ दूसरी ग्लोबल कंपनियों के कई एग्रोकेमिकल और बीज ब्रांड का अधिग्रहण किया है.
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