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CNG Vehicles: पेट्रोल-डीजल की अधिक कीमतों ने CNG वाहनों की बिक्री बढ़ाई, बीते साल का रिकॉर्ड टूटा 

CNG Vehicles: पेट्रोल-डीजल की अधिक कीमतों ने CNG वाहनों की बिक्री बढ़ाई, बीते साल का रिकॉर्ड टूटा 

पेट्रोल-डीजल के ऊंचे दाम देश में CNG वाहनों की बिक्री को बढ़ाने का काम बखूबी कर रहे हैं. मौजूदा कारोबारी साल के पहले 10 महीनों में ही CNG कारों की बिक्री 2022-23 से आगे निकल गई है. CNG कारों की बिक्री वित्त वर्ष खत्म होने से पहले ही ऑलटाइम हाई पर पहुंच गई है.

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पेट्रोल-डीजल की अधिक कीमतों ने CNG वाहनों की बिक्री बढ़ाई. पेट्रोल-डीजल की अधिक कीमतों ने CNG वाहनों की बिक्री बढ़ाई.

पेट्रोल-डीजल के ऊंचे दाम देश में CNG वाहनों की बिक्री को बढ़ाने का काम बखूबी कर रहे हैं. मौजूदा कारोबारी साल के पहले 10 महीनों में ही CNG कारों की बिक्री 2022-23 से आगे निकल गई है. CNG कारों की बिक्री वित्त वर्ष खत्म होने से पहले ही ऑलटाइम हाई पर पहुंच गई है. अप्रैल से जनवरी के दौरान हुई CNG कारों की बिक्री ने ये रिकॉर्ड बनाया है. पेट्रोल-डीजल के मुकाबले किफायती रनिंग की वजह से लोगों की इन कारों के प्रति दिलचस्पी लगातार बढ़ती जा रही है.

3.64 लाख सीएनजी कारों की बिक्री 

CNG वाहनों पर फ्यूल लागत कम होने के चलते इनकी बिक्री बढ़ने की मुख्य वजह बताई गई है. वाहन वेबसाइट के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 तक 3.64 लाख CNG कारों की बिक्री हुई है. ये आंकड़ा अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 के 2.82 लाख यूनिट्स से 29 फीसदी ज्यादा है. यही नहीं 2022-23 में साल के दौरान 3.27 लाख CNG कारों की बिक्री हुई थी. अब अनुमान लगाया जा रहा है कि 2023-24 में 4.75 लाख तक CNG कारों की बिक्री हो सकती है. इस तरह मौजूदा कारोबारी साल में CNG कारों की बिक्री ऑलटाइम हाई पर पहुंचने का अनुमान है.

69 फीसदी मार्केट पर मारुति सुजुकी का कब्जा 

सीएनजी कार मार्केट में 4 बड़ी कंपनियां मौजूद हैं. इनकी मार्केट पोजीशन में भी इस साल बदलाव हुआ है. आंकड़ों के मुताबिक 69 फीसदी मार्केट शेयर के साथ मारुति सुजुकी पहले पायदान पर आ गई है, इसके दबदबे की एक बड़ी वजह है कि मारुति सुजुकी के सभी 13 मॉडल्स के CNG वैरिएंट्स मार्केट में मौजूद हैं. दूसरे नंबर पर 18 फीसदी मार्केट शेयर के साथ टाटा मोटर्स आ गई है और इसने अगस्त में लॉन्च हुई टाटा पंच के दम पर हुंडई को काफी पीछे छोड़ दिया है. कंपनी के फिलहाल 4 CNG मॉडल्स बाजार में मौजूद हैं. वहीं, तीसरे नंबर पर 11.46 परसेंट मार्केट शेयर के साथ हुंडई मोटर्स है जिसके 3 CNG मॉडल्स हैं. जबकि, बीते साल के मुकाबले बिक्री को करीब 8 गुना बढ़ाकर टोयोटा 1.66 फीसदी हिस्सेदारी के साथ चौथी पोजीशन पर बनी हुई है और इसके भी 3 CNG मॉडल्स बाजार में मौजूद हैं.

10 साल में 21 लाख CNG कार बिकीं 

अगर भारत में CNG कारों की बिक्री के ट्रेंड के बारे में बात करें तो 2014-2015 के बाद से अब तक करीब 10 साल में 21 लाख CNG कारों की बिक्री हो चुकी है. इनमें से आधी से ज्यादा यानी 11.04 लाख CNG कारों की बिक्री बीते 4 साल में हुई है. इसमें भी वित्त वर्ष 2021 में कोविड-19 के असर से 0 फीसदी ग्रोथ के बाद फाइनेंशियल इयर 2022 में CNG कारों की बिक्री 34 फीसदी और 2023 में 39 परसेंट बढ़ी है.

पेट्रोल-डीजल के मुकाबले CNG कार चलाना काफी सस्ता 

पिछले साल CNG कारों की ऑल टाइम हाई बिक्री के बाद इस साल फिर से ये रिकॉर्ड 10 महीनों में ही टूटने के बाद मार्च तक एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा. इस साल बिक्री को बढ़ाने में बड़ा रोल अप्रैल में घटे CNG के दाम भी हैं, जिनकी वजह से पेट्रोल-डीजल के मुकाबले CNG कारें चलाना काफी सस्ता हो गया है. इनका माइलेज भी पेट्रोल-डीजल कारों से बेहतर होता है जो इन्हें चलाना ज्यादा किफायती बनाता है. हालांकि पेट्रोल-डीजल कारों के मुकाबले इनकी ज्यादा कीमत और CNG पंपों की लंबी कतारें इनकी ग्रोथ को फुल स्पीड से नहीं होने दे रही हैं.
( आदित्य के राणा ) 

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