मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि स्पेन के बार्सिलोना स्थित मर्काबार्ना का मॉडल राज्य के बढ़ते कृषि उत्पादन को देखते हुए बेहद उपयोगी साबित हो सकता है. उन्होंने इसे "कटाई के बाद प्रबंधन" (पोस्ट-हार्वेस्ट मैनेजमेंट), निर्यात और वैश्विक बाजार से जुड़ने के लिए एक आदर्श बताया. मुख्यमंत्री यादव ने स्पेन दौरे के तीसरे दिन यह बात मर्काबार्ना का दौरा करते हुए कही. मर्काबार्ना यूरोप का एक प्रमुख फूड लॉजिस्टिक्स सेंटर है, जो करीब 250 एकड़ में फैला है. यहां उत्पादन से लेकर वितरण तक की सभी व्यवस्थाएं एक ही जगह पर एकीकृत रूप से चलाई जाती हैं.
पाब्लो विलानोवा, सीईओ, मर्काबार्ना ने भारत और इसमें भी खासकर मध्यप्रदेश में कृषि लॉजिस्टिक्स, फूड प्रोसेसिंंग और बाजार संरचना में मदद की मजबूत संभावना जताई है. उन्होंने द्विपक्षीय तकनीकी साझेदारी (Knowledge Sharing) पर सहमति भी जताई.
मुख्यमंत्री ने बताया कि गेहूं, चावल, फल, सब्ज़ियाँ और प्रोसेस्ड फूड जैसे क्षेत्रों में मध्यप्रदेश के पास निर्यात की अपार संभावनाएं हैं. मर्काबार्ना से प्रेरणा लेकर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उत्पाद तैयार किए जाएंगे और पोस्ट-हार्वेस्ट लॉस (कटाई के बाद नुकसान) को कम किया जाएगा.
मुख्यमंत्री यादव ने मर्काबार्ना को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निजी क्षेत्र की भागीदारी और तकनीकी निवेश को बढ़ावा दे रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'वसुधैव कुटुंबकम' मंत्र के साथ हम वैश्विक साझेदारियों के लिए तैयार हैं.
राज्य सरकार ने अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री यादव की यह यात्रा केवल औपचारिक दौरा नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश की कृषि नीति के लिए एक नई रणनीतिक दिशा तय कर रही है. अब राज्य सिर्फ उत्पादन पर नहीं, बल्कि वैश्विक खाद्य आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. "एडवांटेज एमपी" का विज़न अब खेतों से निकलकर दुनिया के बाज़ारों की ओर बढ़ रहा है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today