
महंगे खाद से मिलेगी मुक्तिदेश के लगभग सभी राज्यों में किसान रबी फसलों की बुवाई कर रहे हैं. लेकिन इस बीज कई राज्यों में बुवाई के समय फसलों में डालने वाली उर्वरक यानी खाद की कमी और खरीद में किसानों के साथ फर्जीवाड़े की कई खबरें सामने आ रही हैं. ऐसी खबरें लगभग सभी राज्यों से आ रही है. किसान उर्वरकों की खरीद के लिए बाजार तो पहुंच रहे हैं लेकिन विक्रेताओं द्वारा अधिक कीमत पर खाद बेची जा रही है, जिससे किसान काफी परेशान हैं. किसानों के इन्हीं परेशानियों को देखते हुए बिहार के नए कृषि मंत्री रामकृपाल यादव और कृषि विभाग ने प्रदेश के किसानों को सही दाम पर उर्वरक उपलब्ध करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से जानकारी साझा की हैं. आइए जानते हैं क्या है वो जानकारी.
बिहार कृषि विभाग के अनुसार, किसानों को दी गई जानकारी में खाद की कीमतें बताई गई है, ताकि किसानों के साथ खाद विक्रेता दाम के नाम पर फर्जीवाड़ा ना कर सकें. दरअसल, कृषि विभाग द्वारा बताई गई खाद कि कीमतों में नीम लेपित 45 किलो यूरिया का बोरी 266.50 रुपये और 50 किलो का डीएपी का 1 पैकेट 1350 रुपये में उपलब्ध होगा. अगर विक्रेता इस भाव से अधिक पैसे वसूल रहा है, तो किसान इसकी शिकायत कर सकते हैं, जिस पर कृषि विभाग की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

किसानों को खाद खरीद से जुड़ी किसी भी समस्या की शिकायत के लिए राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर पर कॉल या व्हाट्सएप कर सकते हैं. इसके लिए कृषि विभाग ने फोन नंबर जारी किया है. अगर किसानों के साथ कोई फर्जीवाड़ा करता है तो किसान इस नंबर पर 0612-2233555 कॉल कर सकते हैं. साथ ही इसके लिए व्हाट्सएप नंबर 7766085888 है. बता दें कि किसान खाद की कीमतों से जुड़ी शिकायत सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक दर्ज करा सकते हैं.
बिहार के कृषि मंत्री और कृषि विभाग के इस सराहनीय कदम से रबी सीजन में खेती करने वाले किसानों को खाद के लिए अधिक पैसा नहीं खर्च करना पड़ेगा. साथ ही प्रदेश के किसान फर्जीवाड़े से भी बच जाएंगे. वहीं, इस कदम से राज्य के खाद विक्रेताओं पर नकेल भी कसा जाएगा और गलत दाम पर खाद बेचने वालों पर कार्रवाई करने में भी आसानी होगी. कुल मिला कर ये फैसला किसानों की सुविधा के लिए हैं. ऐसे में किसान अधिक दाम पर खाद खरीदने से बच जाएंगे.
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