Kisan Career: 12वीं के बाद फूड टेक्नोलॉजी में बीटेक-बीई बेस्ट ऑप्शन, कम फीस में शानदार करियर बनाने का मौका

Kisan Career: 12वीं के बाद फूड टेक्नोलॉजी में बीटेक-बीई बेस्ट ऑप्शन, कम फीस में शानदार करियर बनाने का मौका

खेत से या बाग से निकलने के बाद फल या सब्जी एंड यूजर यानी उपभोक्ता तक पहुंचने में कई दिन का समय लग जाता है. निर्यात के मामले में यह अंतराल काफी लंबा खिंच जाता है. ऐसे में खाद्य वस्तुओं को पहले की तरह स्वाद, रंग और पोषकता में समान बनाए रखने के लिए फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने वाले युवाओं के लिए बेहतरीन करियर के रास्ते खुले हैं.

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Kisan Career: 12वीं के बाद फूड टेक्नोलॉजी में बीटेक-बीई बेस्ट ऑप्शन, कम फीस में शानदार करियर बनाने का मौकाफूड टेक्नोलॉजी या फूड सेफ्टी एंड क्वालिटी मैनेजमेंट कोर्स से पढ़ाई करने वाले युवाओं की इंडस्ट्री में मांग बढ़ी है.

लंबे समय तक खाद्य वस्तुओं, फलों-सब्जियों और अनाज को पोषकता के साथ पहले की तरह समान बनाए रखने के लिए फूड टेक्नोलॉजी या फूड सेफ्टी एंड क्वालिटी मैनेजमेंट जैसे कई कोर्स शुरू हुए हैं. आमतौर पर खेत से या बाग से निकलने के बाद फल या सब्जी एंड यूजर यानी उपभोक्ता तक पहुंचने में कई दिन का समय लग जाता है. निर्यात के मामले में यह अंतराल काफी लंबा खिंच जाता है. ऐसे में खाद्य वस्तुओं को पहले की तरह स्वाद, रंग और पोषकता में समान बनाए रखने के लिए फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने वाले प्रोफेशनल्स की जरूरत है. बीते कुछ वर्षों के दौरान तेजी से इस ओर बेहतरीन करियर के रास्ते खुले हैं. कई एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) और बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) में इस तरह के कोर्स करा रही हैं. खास बात ये है कि इन कोर्सेस की फीस ज्यादा नहीं है, जबकि इंडस्ट्री में ऐसे प्रोफेशनल्स का पैकेज बेहतरीन है. 

भारत के कृषि निर्यात समेत खाद्य वस्तुओं के निर्यात में आई तेजी ने ऐसे प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ा दी है, जो खाद्य वस्तुओं को तकनीकी के जरिए लंबे समय तक पोषक युक्त बनाए रख सकें. ऐसे में फूड टेक्नोलॉजी या फूड सेफ्टी एंड क्वालिटी मैनेजमेंट कोर्स से पढ़ाई करने वाले युवाओं के लिए इंडस्ट्री में बेहतरीन करियर ऑप्शन हैं. वाईएस परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हॉर्टीकल्चर एंड फॉरेस्ट्री में हॉर्टीकल्चर कॉलेज के डीन डॉक्टर मनीष कुमार ने बताया कि उनके यहां बीटेक-फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई कराई जा रही है. 

बीटेक फूड टेक्नोलॉजी की फीस और प्रवेश प्रक्रिया 

डीन मनीष कुमार के अनुसार एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी में नॉर्मल सीट्स और सेल्फ फाइनेंस सीट्स होती हैं. नॉर्मल सीट्स में ग्रेजुएशन की सालाना फीस 50-60 हजार रुपये सालाना है. जबकि, सेल्फ फाइनेंस सीट्स के लिए सालाना फीस 1.40 हजार के लगभग होती है. 

  • कोर्स - बीटेक इन फूड टेक्नोलॉजी 
  • प्रवेश के लिए न्यूनतम योग्यता 10+2 है. 
  • एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी अपने स्तर पर टेस्ट कराती हैं. 
  • भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) सीयूईटी टेस्ट कराती है.
  • प्रवेश की अंतिम तिथि - 30 जून 2024.

इग्नू और एपीडा लाए PGDFSQM कोर्स 

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय यानी इग्नू (IGNOU) घर बैठे पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फूड सेफ्टी एंड क्वालिटी मैनेजमेंट (PGDFSQM) कोर्स संचालित कर रही है. इग्नू और एपीडा यानी एग्रीकल्चर एंड प्रॉसेस्ड फूड प्रोडक्ट एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी ने मिलकर इस कार्यक्रम को शुरू किया है और भारत में यह अपनी तरह का पहला कोर्स भी है. इसके कोर्स को शुरू करने का उद्देश्य कृषि और खाद्य क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता प्रबंधन पेशेवरों के लिए बढ़ती मानव संसाधन आवश्यकताओं को पूरा करना है. 

कोर्स फीस और प्रवेश प्रक्रिया 

  1. कोर्स PG Diploma in Food Safety and Quality Management (PGDFSQM) में एडमिशन लेने के लिए विज्ञान विषयों से ग्रेजुएट आवेदन कर सकते हैं.
  2. आर्ट, कॉमर्स से ग्रेजुएट या प्रोफेशनल्स भी एडमिशन ले सकते हैं, लेकिन उनके लिए कुछ अन्य शर्तें भी हैं. 
  3. PGDFSQM कोर्स कंप्लीट होने का ड्यूरेशन 1 वर्ष है. छात्र अधिकतम 3 साल में भी कोर्स कंप्लीट कर सकते हैं. 
  4. PGDFSQM कोर्स के लिए कुल फीस 14,400 रुपये है. 
  5. PGDFSQM कोर्स में आवेदन की अंतिम तिथि  30 जून 2024 है.

सरकारी और निजी क्षेत्र में नौकरियों के खूब अवसर

उभरता हुआ क्षेत्र होने के चलते फूड टेक्नोलॉजी, फूड सेफ्टी और प्रॉसेसिंग की पढ़ाई करने वाले युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं. 

  • फूड, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल, लैबोरेट्री सेक्टर में क्वालिटी मैनेजमेंट ऑफिसर या क्वालिटी असोरेंस ऑफिसर या मैनेजमेंट प्रोफेशनल बन सकते हैं.
  • सरकारी विभागों में खाद्य सुरक्षा अधिकारी, फूड ऑडिटर,  फूड इंस्पेक्टर बनने का मौका.
  • फूड सेफ्टी और क्वालिटी मैनेजमेंट यूनिट्स, कंपनियों में ट्रेनर, सलाहकार पदों पर नियुक्त हो सकते हैं. 

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