खेती में मुनाफा तब ही संभव है जब पौधा सेहतमंद हो और उसमें रोग या कीट न लगें. मिर्च के किसान अक्सर लीफ कर्ल वायरस से परेशान रहते हैं. ये रोग इतना खतरनाक होता है कि पौधे की ग्रोथ रुक जाती है और न फूल आते हैं, न फल. लेकिन अब इसका एक देसी और कारगर इलाज मिल गया है, जिसे किसान खुद घर पर तैयार कर सकते हैं.
जैविक कीटनाशक से करें पौधे को रोगमुक्त
खेती में अब रासायनिक कीटनाशकों की जगह जैविक विकल्प तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं. खासकर मिर्च के पौधे के लिए एक तंबाकू, चूना और हल्दी से बना स्पेशल मिश्रण ऐसा कीटनाशक बनता है जो न सिर्फ रोगों को जड़ से खत्म करता है, बल्कि उपज भी कई गुना बढ़ा देता है.
तंबाकू में मौजूद प्राकृतिक तत्व पौधे में लगे कीटों को खत्म कर देते हैं.
चूना पौधे में कैल्शियम की कमी को दूर करता है और मिट्टी के pH लेवल को बैलेंस करता है, जिससे फूलों की संख्या बढ़ती है और वे फल में बदल जाते हैं.
हल्दी एक प्राकृतिक एंटी-फंगल एजेंट है, जो फंगल इन्फेक्शन को रोकने के साथ कीटों को भी भगाता है.
ऐसे बना सकते हैं ये जैविक खाद
मिर्च के पौधे के लिए इस असरदार फर्टिलाइजर को बनाने के लिए आपको चाहिए,
एक लीटर पानी, 1 चम्मच चूना, 2 चुटकी तंबाकू, 1 चम्मच हल्दी.
कीटनाशक बनाने की विधि
इन सभी चीजों को पानी में डालकर 12 घंटे तक ढककर छोड़ दें. फिर इसमें 3 लीटर और पानी मिलाएं. अब आपका कीटनाशक तैयार है. इसे स्प्रे बोतल में भरें और मिर्च के पौधों पर सुबह या शाम के समय अच्छी तरह से छिड़काव करें.
हफ्ते में 3 बार करें स्प्रे, मिलेगी जबरदस्त उपज
अगर आपके मिर्च के पौधे पहले से संक्रमित हैं, या उसपर फल या फूल नहीं आ रहे हैं तो इस स्प्रे को हफ्ते में तीन बार करना चाहिए यानी एक दिन छोड़कर. इससे पौधे जल्दी ठीक होंगे और नई मिर्चियां निकलनी शुरू हो जाएंगी. लगातार छिड़काव से पत्ता मरोड़ रोग, कीट संक्रमण और फूल झड़ने की समस्या दूर हो जाएगी. रासायनिक दवाओं के मुकाबले ये घरेलू नुस्खा बेहद असरदार होता है.
तो टेंशन किस बात कि अगर आप भी मिर्च की खेती करते हैं और झोला भरकर हरी मिर्च पाना चाहते हैं, तो ये देसी जैविक कीटनाशक जरूर आजमाएं.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today