
रबी की फसल के लिए खाद की भारी किल्लत हो गई है. किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है. वहीं उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में खाद की किल्लत ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. इसी कड़ी योगी सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Minister Surya Pratap Shahi) ने बुधवार को खाद के भंडारण की स्थिति तथा किसानों को की जा रही आपूर्ति की स्थिति देखने के लिए लखनऊ जनपद के विभिन्न स्थानों पर औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान उन्होंने विभिन्न खाद विक्रय केंद्रों पर आए हुए किसानों से बातचीत की तथा अधिकारियों आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
इस दौरान उन्होंने साधन सहकारी समिति मलौली गोसाईगंज लखनऊ तथा साधन सहकारी समिति शिवलर, गोसाईगंज सिसेंडी, गौतम खेड़ा तथा निगोहां में भंडारण की स्थिति तथा आपूर्ति की व्यवस्था को देखा. कृषि मं विभिन्न खाद विक्रय केंद्रों पर आए हुए किसानों से बातचीत की तथा उन्हें भरोसा दिलाया कि खाद की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है, इसलिए उन्हें आवश्यकता से अधिक भंडारण की जरूरत नहीं है.
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्वयं निगरानी कर यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक किसान को आसानी से खाद मिल सके. इस दौरान उनके साथ संयुक्त निदेशक अनिल पाठक तथा उपनिदेशक अनिल यादव उपस्थित रहे. इससे रहले प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने केंद्रीय रेल मंत्री अवश्वनी वैष्णय से फोन पर बात करके खाद की सप्लाई पूरी नहीं होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वर्तमान में रबी फसलों की बुवाई के दृष्टिगत प्रदेश हेतु आने वाली उर्वरक रैक को प्राथमिकता दिया जाए.
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उर्वरक की वितरण व्यवस्था फील्ड में जाकर अपनी निगरानी में कराई जाए. साथ ही कालाबाजारी, ओवर रेटिंग और कोई भी क्रेता अपनी जोत/कृषि भूमि में बोई जाने वाली फसल से अधिक मात्रा में उर्वरको का क्रय न कर, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. शाही ने कहा कि सहकारी क्षेत्र में जहां उर्वरकों की कमी होने की संभावना हो वहां पर संबिधित गोदामों से तत्काल आवश्यकता अनुसार उर्वरकों अवमुक्त कराते हुए किसानों को विक्रय के लिए उपलब्ध कराया जाए. जिस क्षेत्र में, जिस समय फसलों की बुवाई का काम किसानों के द्वारा किया जा रहा हो, वहां पर प्राथमिकता पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के झांसी, बांदा और औरैया समेत कुछ अन्य जिलों में खाद पाने के लिए किसान दुकानों के बाहर रात से ही लाइन में लग जा रहे हैं. यहां तक कि किसानों को खाद की लाइन में ही धक्कामुक्की के बीच किसी तरह भोजन भी करना पड़ रहा है. लाइन से हटे तो खाद नहीं मिलने के डर से एक ही परिवार के कई लोग बारी बारी से लाइन में लग रहे हैं.
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