
बरसात का मौसम आते ही देशभर के किसान सोयाबीन की खेती में जुट गए हैं. इसके लिए कई जगह सरकार भी किसानों की मदद कर रही है. इसी कड़ी में बिहार के खगड़िया जिले में मौजूद अलौली फार्मर प्रड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने कृषि विभाग की मदद से किसानों को फ्री में बीज वितरण किया. दरअसल ये बीज वितरण 24 जून से लेकर 28 जून तक किया गया. इसमें सत प्रतिशत अनुदानित दर पर 200 क्विंटल बीज अलौली फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने अलौली FPO से जुड़े सभी किसानों को दिया.
खरीफ सीजन 2025 में BRBN से प्राप्त सोयाबीन फसल के प्रत्यक्षण बीज के वितरण के लिए जिला कृषि पदाधिकारी खगड़िया द्वारा अलौली फार्मर प्रड्यूसर कंपनी लिमिटेड के कामों को देखते हुए चयनित किया गया.इस बीज को अलौली FPO से जुड़े सभी किसानों को एक एकड़ के लिए 24 किलो सोयाबीन का बीज फ्री में दिया गया, जिसमें अलौली FPO के लगभग 580 किसानों को बीज दिया गया. इसके अलावा FPO से बाहर लगभग 250 किसानों को भी प्रोत्साहित कर के सोयाबीन का बीज दिया गया. वहीं, वो सभी किसान जो FPO के शेयरधारक नहीं हैं, उन सभी किसानों ने अलौली FPO से जुड़ने के लिए इच्छा जताई. इसमें लगभग 38 फीसदी महिला, 62 फीसदी पुरुष और 17 फीसदी अनुसूचित जाति के लोग हैं.
सोयाबीन फसल के प्रत्यक्षण बीज को व्यवस्थित रूप से वितरण के लिए कृषि विभाग के इन पदाधिकारी द्वारा हेल्प किया गया.
(हमारे FPO के सभी निदेशक मंडल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और लेखपाल) लगातार समय बीज वितरण में जुटे रहे.
सोयाबीन की सफल खेती के लिए बीजों की उपयुक्त मात्रा होनी चाहिए. यदि बीज के जमने की क्षमता कम है, तो बीजों की मात्रा उसी दर से बढ़ा देनी चाहिए. बुवाई के लिए मोटा दाना 80-85 किलो, मध्यम दाना 70-75 किलो और छोटा दाना 60-65 किलो प्रति हेक्टेयर पर्याप्त होता है. वहीं, सोयाबीन की बुवाई पंक्तियों में 45×5 सेमी की दूरी पर करनी चाहिए. साथ ही बुवाई से पहले बीजों को 2 ग्राम थीरम और 1 ग्राम कार्बेन्डाजिम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित कर लेना चाहिए.
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