Potato: आलू की ये क‍िस्म है शानदार, सब्जी नहीं बल्कि सलाद की तरह होता है इसका उपयोग

Potato: आलू की ये क‍िस्म है शानदार, सब्जी नहीं बल्कि सलाद की तरह होता है इसका उपयोग

आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद के वैज्ञानिकों के द्वारा एक नए किस्म के आलू को विकसित किया गया है जिसकी सब्जी नहीं बल्कि इसे सलाद की तरह खाया जा सकेगा. काले रंग का दिखने वाला यह आलू नीलकंठ किस्म के आलू की तरह ही दिखता है लेकिन इस आलू में एंथोसाइन नामक एक तत्व होता है जो एक एंटीऑक्सीडेंट है. वही इस आलू में कई ऐसे पोषक तत्व भी हैं जो दूसरी किस्मों में नहीं पाए जाते हैं.

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Potato: आलू की ये क‍िस्म है शानदार, सब्जी नहीं बल्कि सलाद की तरह होता है इसका उपयोगसलाद में होता है इस आलू का उपयोग

देश में सब्जी के रूप में आलू को सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है. इसे गरीबों की सब्जी भी कहते हैं. देश के कुल आलू का 35 फ़ीसदी अकेले उत्तर प्रदेश के द्वारा ही उत्पादित किया जाता है. वैसे आलू की कई किस्में किसानों के द्वारा उगाई जा रही है. वहीं कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा अधिक उत्पादन के साथ-साथ अधिक पोषक तत्वों से भरपूर नई किस्मों को विकसित करने की प्रक्रिया भी जारी है. आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के आलू शोध परियोजना के अंतर्गत अब तक आधा दर्जन से ज्यादा आलू की नई किस्म को विकसित किया जा चुका है. वहीं अब एक ऐसे आलू को विकसित किया है जिसकी सब्जी नहीं, बल्कि इसे सलाद की तरह खाया जा सकता है. स्वाद में यह सलाद की तरह ही लगता है. वही काले रंग का यह आलू पोषक तत्वों से भी भरपूर है. इस आलू का कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा सफल परीक्षण किया जा चुका है. जल्द ही इस आलू का बीज किसानों को उपलब्ध हो सकेगा.

सलाद की तरह खाया जाता है यह आलू

आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद के वैज्ञानिकों के द्वारा एक नए किस्म के आलू को विकसित किया गया है जिसकी सब्जी नहीं बल्कि इसे सलाद की तरह खाया जा सकेगा. काले रंग का दिखने वाला यह आलू नीलकंठ किस्म के आलू की तरह ही दिखता है लेकिन इस आलू में एंथोसाइन नामक एक तत्व होता है जो एक एंटीऑक्सीडेंट है. वही इस आलू में कई ऐसे पोषक तत्व भी हैं जो दूसरी किस्मों में नहीं पाए जाते हैं. इसी वजह से यह आलू काफी खास है. इस आलू को सलाद की तरह मूली, गाजर और खीरे के साथ प्रयोग कर सकते हैं. कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि आलू की इस किस्म का नाम P-82 है. अभी इसका परीक्षण चल रहा है. जल्द ही किसानों के लिए बाजार में  इसका बीज उपलब्ध होगा.

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चिप्सोना आलू की खूब हो रही है खेती

किसानों के खेत में इन दिनों आलू की फसल तैयार हो चुकी है. उत्तर प्रदेश में आलू का उत्पादन देश में सबसे ज्यादा किया जाता है. इन दिनों किसानों के द्वारा चिप्सोना किस्म के आलू को बड़े पैमाने पर उगाया जा रहा है. इस आलू की खेती में किसानों को अच्छा मुनाफा मिल रहा है क्योंकि हाइब्रिड आलू से यह महंगा बिकता है.
 



चिप्सोना आलू को ही कोल्ड स्टोरेज में विशेष प्रक्रिया के द्वारा शुगर फ्री आलू के तौर पर तैयार किया जाता है जिसके बाद यह ज्यादा महंगे दाम पर बिकता है. वैसे इस आलू की मांग पूरे साल भर बनी रहती है. इस आलू को सबसे ज्यादा चिप्स कंपनियां उपयोग करती हैं.

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