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Potato Variety: बंपर पैदावार देने वाली आलू की नई किस्म विकसित, 65 दिनों में मिलेगी उपज

Potato Variety: बंपर पैदावार देने वाली आलू की नई किस्म विकसित, 65 दिनों में मिलेगी उपज

उत्तर प्रदेश में आलू की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. देश के भीतर आलू से चिप्स बनाने वाली कंपनियों की पहली पसंद यूपी का ही आलू है. हाल ही में आगरा में आयोजित इंटरनेशनल वायर-सेलर मीट में किसानों से आलू की किस्म को लेकर भी चर्चा हुई है. आलू की यह किस्म सामान्य आलू के मुकाबले ज्यादा महंगा दामों पर बिकती है.

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भारत में आलू के उत्पादन में बादशाहत है. वही देश के भीतर यूपी उत्पादन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. उत्तर प्रदेश को आलू की कुछ खास किस्म की वजह से उत्पादन में नंबर वन बना हुआ है. आलू की वैसे तो 70 से ज्यादा किस्में मौजूद हैं लेकिन कुफरी बहार एक ऐसी किस्म है जिसकी खेती की वजह से न सिर्फ उत्तर प्रदेश का किसान खुशहाल हुआ है बल्कि देश के भीतर उत्तर प्रदेश आलू उत्पादन में नंबर वन बना हुआ है.

आलू की यह किम एक तिहाई से ज्यादा क्षेत्रफल पर उगाई जाती है. इस किस्म से न सिर्फ किसानों को बंपर उत्पादन मिल रहा है बल्कि कीमत भी अच्छी मिल रही है. अब उत्तर प्रदेश के आलू की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. देश के भीतर आलू से चिप्स बनाने वाली कंपनियों की पहली पसंद यूपी का ही आलू है. हाल ही में आगरा में आयोजित इंटरनेशनल बायर सेलर मीट में किसानों से आलू की किस्म को लेकर भी चर्चा हुई है. आलू की इस किस्म में सामान्य आलू के मुकाबले ज्यादा महंगा दामों पर बिकती है. वही हाल में आलू की एक नई किस्म विकसित हुई है. आलू प्रौद्योगिकी संस्थान शामगढ़ के द्वारा नई किस्म विकास हुआ है जो 65 दिनों में ही बंपर उत्पादन देगी.

आलू की इस किस्म से 65 दिन में मिलेगा उत्पादन

कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा आलू की नई किस्म पर काम किया जा रहा है. आलू प्रौद्योगिकी संस्थान शामगढ़ के द्वारा आलू की एक नई वैरायटी को विकसित किया गया है. यह किस्म पोषण से युक्त है. वहीं इसमें अच्छी पैदावार की क्षमता भी है. यह किस्म 60 से 65 दिनों में तैयार हो जाती है. इस किस्म को एरोप्लेनिक तकनीक के द्वारा उगाया जा सकता है. यह किस्म फिलहाल बाजार में उपलब्ध नहीं है. इस किस्म का ट्रायल जारी है. ट्रायल के द्वारा इस किस्म के प्रदर्शन ने वैज्ञानिकों को काफी उत्साहित किया है. फिलहाल आलू की नई किस्म को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के किसानों के लिए तैयार किया गया है.

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आलू की किस्म के लिए मिट्टी की जरूरत नहीं

आलू की नई किस्म खेतों में नहीं उगा सकेंगे क्योंकि इसके लिए ना तो मिट्टी की आवश्यकता होगी ना तो जमीन की, बल्कि इस किस्म को एरोप्लेनिक तकनीक के माध्यम से श्यामगढ़ के आलू प्रयोग के संस्थान में उगाया जा रहा है. आलू की यह कुफरी किस्म कई मायनों में खास है. इस किस्म के लिए कोकोपीट का इस्तेमाल नहीं होता है. वही इस आलू का कलर भी गुलाबी रंग का होता है. इसकी क्षमता दूसरी किस्म के मुकाबले अधिक है. वही आलू की इस किस्म से पैदावार भी चार से पांच गुना अधिक प्राप्त होगी.

कुफरी बहार है आलू की उन्नत किस्म

कुफरी बहार एक आलू की ऐसी किस्म है जिसकी वजह से आलू उत्पादन में नंबर वन बना हुआ है. यह किस्म 90 से 100 दिनों में तैयार हो जाती है. वही दूसरी किस्म के मुकाबले इसका उत्पादन प्रति हेक्टेयर 250 से 300 क्विंटल तक होता है. ज्यादा उत्पादन की वजह से यह किस्म किसानों की पसंदीदा किस्म बनी हुई है.