इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) यानी इफको ने नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है.इफको ने एक साल में 4000 करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा कमाया है. इसकी जानकारी खुद इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने दी है. उन्होंने कहा कि इफको प्लांटों से वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 95.62 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का उत्पादन किया गया, जो अपने आप में बड़ा रिकॉर्ड है. इसमें 48.80 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 30 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 46.75 लाख मीट्रिक टन एनपीके शामिल है. इस बार हमारा लाभ 4000 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है, जो इफको के लिए अब तक का सर्वाधिक फायदा है. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान इफको समूह का मूल्यांकन 1.05 लाख करोड़ से अधिक होने का अनुमान लगाया गया है.
इफको के प्रबंध निदेशक अवस्थी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में इफको ने नैनो यूरिया (तरल) की 3.26 करोड़ से अधिक बोतलों की बिक्री की है. इसकी 500 एमएल की एक बोतल एक बोरी सामान्य यूरिया के बराबर है. नैनो तकनीक उर्वरक क्षेत्र के लिए गेम चेंजर है. इफको ने नैनो यूरिया की 4.80 करोड़ बोतलों के रूप में 21.60 लाख मीट्रिक टन के बराबर यूरिया का उत्पादन किया है. वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान मार्च की शुरुआत में ही इफको नैनो डीएपी को भी फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर (एफसीओ) में शामिल किया गया, जो एक ऐतिहासिक कदम है. इसकी भी 500 एमएल की एक बोतल एक बोरी डीएपी के बराबर है. एक ही महीने में 4 लाख बोतलें बनाकर खुदरा दुकानों और क्षेत्रीय गोदामों तक पहुंचा दी गईं.
इफको के एमडी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 हमारे लिए ऐतिहासिक रहा है, क्योंकि इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कलोल में दुनिया के पहले इफको नैनो यूरिया प्लांट का डिजिटल रूप से उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया. केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देवघर में इफको नैनो यूरिया संयंत्र का शिलान्यास किया. केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने फूलपुर और आंवला में इफको नैनो यूरिया प्लांटों का उद्घाटन किया. वर्ष 2022-23 में फूलपुर-II इकाई ने अब तक का सर्वाधिक 12.20 लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया का उत्पादन किया.
अवस्थी ने कहा कि इस वर्ष वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनीटर के शीर्ष 300 सहकारी समितियों में इफको को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. इफको किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से सहकारी समितियों और किसानों की सेवा करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है. इफको प्रधानमंत्री के “सहकार से समृद्धि,आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि” के विज़न के लिए प्रतिबद्ध है. नैनो यूरिया व नैनो डीएपी को देश भर के गांव-गांव व हर किसान तक पहुंचाने में उर्वरक मंत्रालय का अहम योगदान रहा है. इफको टोक्यो ने 10000 करोड़ का अब तक सर्वाधिक सकल रिटन प्रीमियम अर्जित किया है.
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