छत्तीसगढ़ के किसानों ने इस बार रबी फसलों की जमकर बुवाई की है. राज्य सरकार के अनुसार रबी सीजन की फसलों की 91 फीसदी तक बुवाई पूरी हो गई है. बाकी 9 फीसदी भी 1 फरवरी से पहले हो जाएगी. राज्य के कृषि विभाग की ओर से किसानों को अच्छी वैरायटी के 1.54 लाख क्विंटल बीज वितरित किए जा चुके हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार रबी फसलों की खेती के लिए किसानों ने 445 करोड़ रुपये का कृषि लोन लिया है.
छत्तीसगढ़ सरकार के कृषि विभाग के अनुसार राज्य में 27 जनवरी तक रबी फसलों की बुवाई का कुल 17.46 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल दर्ज किया गया है, जो कुल खेती रकबे का 91 फीसदी है. कुछ इलाकों में देरी से रबी फसलों की बुवाई किसान कर रहे हैं. बता दें कि राज्य में खरीफ सीजन की फसल धान की कटाई और उठान बाकी राज्यों की तुलना में देरी से होती है. इसके चलते रबी की बुवाई का समय भी आगे बढ़ जाता है. अनुमान है कि 1 फरवरी तक रबी फसलों की बुवाई पूरी हो जाएगी.
छत्तीसगढ़ में 17.46 लाख हेक्टयर में की गई खेती में किसानों ने सर्वाधिक चना और गेहूं की खेती की है. इसके अलावा मटर, अलसी, सरसों, मक्का और रागी भी किसानों की पसंद बने हैं. रबी सीजन के लिए राज्य के कृषि विभाग की ओर से किसानों को 2.89 लाख क्विंटल प्रमाणित बीजों के वितरण का टारगेट रखा गया है, जिसमें 1.73 लाख क्विंटल बीज का स्टोरेज किया गया है और इसमें से 1.54 लाख क्विंटल बीज किसानों को वितरित किए जा चुके हैं.
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार रबी फसलों के लिए राज्य में 4.65 लाख मीट्रिक टन उर्वरक वितरण का टारगेट था. जबकि, राज्य सरकार ने अब तक टारगेट से अधिक 6.27 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का स्टोरेज कर लिया है और इसमें से 2.77 लाख मीट्रिक टन उर्वरक किसानों को वितरित कर दी गई है. अनुमान है कि किसान अभी फसलों में इतनी ही उर्वरक और इस्तेमाल करेंगे.
राज्य सरकार ने किसानों को खेती कार्यों में वित्तीय जरूरत पूरी करने के लिए खरीफ सीजन की तरह रबी सीजन के लिए भी अल्पकालीन कृषि लोन की सुविधा भी दी है. इस लोन सुविधा का किसानों ने खूब लाभ उठाया है. आंकड़ों के अनुसार 27 जनवरी 2025 तक राज्य के किसानों को रबी फसल के लिए 445 करोड़ रुपए की लोन राशि उनके खातों में जारी की जा चुकी है.
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