Urea DAP Forced Tagging: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकारों से यूरिया और डायमोनियम फॉस्फेट यानी डीएपी जैसे पारंपरिक उर्वरकों को लेकर बड़ा आदेश दिया है. उन्होंने राज्य सरकारों से कहा है कि यूरिया और डीएपी के साथ नैनो-उर्वरकों या बायोस्टिमुलेंट्स की 'जबरन टैगिंग' तुरंत बंद हो. उनकी तरफ से मुख्यमंत्रियों को एक चिट्ठी लिखी गई है. इसमें कृषि मंत्री चौहान ने उन शिकायतों का जिक्र किया है कि कैसे रिटेलर्स किसानों को यूरिया, डीएपी जैसे सब्सिडी वाले पारंपरिक उर्वरक तब तक नहीं बेच रहे हैं जब तक वे नैनो-उर्वरक या बायोस्टिमुलेंट्स नहीं खरीद लेते.
कृषि मंत्री चौहान ने लिखा, 'किसानों को पारंपरिक उर्वरकों की थैलियों पर टैग लगाकर बाकी उत्पाद खरीदने के लिए मजबूर करना गैरकानूनी है.' चौहान ने उनसे पारंपरिक उर्वरकों के साथ नैनो-उर्वरकों और बायोस्टिमुलेंट्स की जबरन टैगिंग तुरंत बंद करने को कहा. चिट्ठी में कृषि मंत्री चौहान ने लिखा, 'पारंपरिक उर्वरकों के साथ नैनो-उर्वरकों या बायोस्टिमुलेंट उत्पादों की जबरन टैगिंग तुरंत बंद की जानी चाहिए. ऐसे मामलों में, दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.'
इसके साथ ही चौहान ने मुख्यमंत्रियों से नकली और घटिया उर्वरकों की बिक्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि खेती, भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. ऐसे में किसानों की आय में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए, उन्हें सही समय पर, किफायती दामों पर और स्टैंडर्ड क्वालिटी उर्वरक उपलब्ध कराना जरूरी है. कृषि मंत्री के अनुसार नकली या घटिया उर्वरकों की बिक्री उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 के तहत प्रतिबंधित है, जो आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के अंतर्गत आता है.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सही जगहों और जरूरत पड़ने पर उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करना राज्यों की जिम्मेदारी है. इसलिए, राज्यों को कालाबाजारी, ज्यादा कीमत वसूलने और सब्सिडी वाले उर्वरकों के दुरुपयोग जैसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए और तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. कृषि मंत्री ने मुख्यमंत्रियों से उर्वरक उत्पादन और बिक्री की नियमित निगरानी करने के साथ-साथ नकली और घटिया उत्पादों पर सख्त नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए नमूने लेने और परीक्षण करने की अपील भी की है.
कृषि मंत्री के अनुसार, 'दोषियों के खिलाफ लाइसेंस रद्द करने और एफआईआर दर्ज करने सहित सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही दोषसिद्धि सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कानून सुनिश्चित किया जाना चाहिए.' कृषि मंत्री ने सभी राज्यों से नकली और घटिया कृषि आदानों की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए राज्य स्तर पर एक अभियान शुरू करने की भी अपील की है.
नैनो उर्वरकों और बायोस्टिमुलेंट्स पर चौहान की यह चिट्ठी और भी खास हो जाती है क्योंकि हाल ही में जब खरीफ 2025 सम्मेलन हुआ था तो उन्होंने इस पर चिंता जताई थी. कृषि मंत्री ने सम्मेलन में नैनो यूरिया की अक्षमता पर चिंता व्यक्त की थी. साथ ही उन्होंने बायोस्टिमुलेंट्स की उपयोगिता पर भी सवाल उठाए थे.
यह भी पढ़ें-
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today