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Plantation Drive: यूपी में सरकार काे भरोसा, इस साल भी 35 करोड़ पौधे रोपने का टूटेगा रिकॉर्ड

Plantation Drive: यूपी में सरकार काे भरोसा, इस साल भी 35 करोड़ पौधे रोपने का टूटेगा रिकॉर्ड

देश में ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए यूपी सहित तमाम राज्यों में हर साल बारिश के मौसम में सघन पौधरोपण अभियान चलाया जाता है. यूपी ने पिछले साल की तर्ज पर इस साल भी पौधरोपण के मामले में रिकॉर्ड कायम करने का भरोसा जताया है. इसके लिए योगी सरकार ने आगामी बारिश के दौरान पूरे प्रदेश में पौधरोपण मुहिम चलाने की कार्ययोजना तय कर ली है.

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योगी सरकार इस साल 35 करोड़ पौधे रोपकर रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य तय किया है, फोटो: साभार फ्रीपिक योगी सरकार इस साल 35 करोड़ पौधे रोपकर रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य तय किया है, फोटो: साभार फ्रीपिक

योगी सरकार ने प्रदेश में हरा भरा क्षेत्र बढ़ाने के लिए इस साल बारिश के मौसम में व्यापक पैमाने पर पौधरोपण अभियान चलाने का फैसला किया है. इसके तहत सरकार ने कीर्तिमान कायम करने के लिए एक दिन में 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया है. इस दिशा में पौधों की कमी न हो, इसके लिए यूपी के उद्यान विभाग सहित अन्य विभागों की ओर से प्रदेश की तमाम नर्सरियों में 54 करोड़ स्वस्थ्य पौधे रोपण के लिए तैयार कर लिए हैं. इस मुहिम के पीछे सरकार का मकसद, शहरी क्षेत्रों में लगातार गिरती हवा की गुणवत्ता को दुरुस्त करना है. इस मुहिम के लिए वन विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है. वन विभाग की निगरानी में सरकार के 27 विभाग मिलकर रिकॉर्ड पौधरोपण के इस अभियान को सफल बनाएंगे. इसके लिए सभी संबंधित विभागों के लिए पौधरोपण का लक्ष्य पहले ही तय कर दिया गया है.

जुलाई में चलेगा पौधरोपण का महाअभियान

राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार पौधरोपण का रिकॉर्ड कायम करने के लिए एक ही दिन में 35 करोड़ पौधे लगाए जाने हैं. पौधरोपण का यह रिकॉर्ड किस दिन बनेगा, यह समय अभी तय  किया गया नहीं है. वन विभाग, मानसून के रुख को देखकर यह तय करेगा किस दिन पौधरोपण किया जाएगा. 

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8 साल में बढ़ा यूपी का ग्रीन कवर क्षेत्र

राष्ट्रीय स्तर पर ग्रीन कवर का आकलन करने वाली 'स्टेट ऑफ फॉरेस्ट' की रिपोर्ट 2021 के अनुसार पिछले कुछ सालों में यूपी के वन क्षेत्र में इजाफा हुआ है. इसके फलस्वरूप प्रदेश के कुल क्षेत्रफल के 9.23 फीसद हिस्से में वनावरण है. साल 2013 में यह 8.82 फीसद था. रिपोर्ट के अनुसार 2019 के दौरान प्रदेश में वन एवं वृक्षों से घिरे इलाके में 91 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है. योगी सरकार ने साल 2030 तक इस रकबे को बढ़ाकर 15 फीसदी तक करने का लक्ष्य रखा है. 

सरकार का दावा है कि इस उपलब्धि के पीछे सघन वृक्षारोपण अभियान की सफलता ही मूल कारण है. इसे देखते हुए योगी सरकार के पहले कार्यकाल में लगाए गए 100 करोड़ पौधों की संख्या को अब दूसरे कार्यकाल के 5 सालों में बढ़ा कर 175 करोड़ कर दिया गया है. इस क्रम में पिछले साल भी 35 करोड़ पौधे लगाए गए थे. अब अगले 4 सालों में भी हर साल 35-35 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस लक्ष्य को हासिल करने में सरकारी स्तर पर होने वाले प्रयासों के साथ लोगों से भी इस साल बारिश के मौसम में कम से कम एक पौधा लगाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस मुहिम को जन आंदोलन बनाने पर ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. इसके लिए सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वाटिका, पंचवटी, गंगावन, अमृत वन लगाने की रणनीति तय की गई है.

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स्थानीय देसी पौधे लगाए जाएंगे

सरकार ने इस साल भी वर्षा काल में पूरे प्रदेश में हर एग्रो क्लाइमेटि‍क जोन यानि कृषि जलवायु क्षेत्र के स्थानीय देसी पेड़ों का पौधरोपण करने का फैसला किया है. स्थानीय पौधों के जीवित बचने की गुंजाइश ज्यादा होने के कारण इन्हें पौधरोपण के लिए प्राथमिकता दी जाती है.

वन विभाग ने इसके लिए अलग अलग जिलों के लिए चिन्हित 29 प्रजाति के 943 विरासत वृक्षों को केंद्र में रखकर पौधरोपण का अभियान चलाने का फैसला किया है. इसमें राष्ट्रीय वृक्ष बरगद के साथ देशज पौधे पीपल, पाकड़, नीम, बेल, आंवला, आम, कटहल और सहजन जैसे औषधीय पौधों को वरीयता दी जाएगी. 

विभाग ने कहा है कि इस अभियान को सफल बनाने में जो लोग शामिल होंगे, उन्हें पर्यावरण सेनानी का तमगा दिया जाएगा. इस मुहिम को सफल बनाने में पर्यावरण सेनानियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. पर्यावरण सेनानी के रूप में किसानों, विभिन्न सम्मान पाने वालों, गंगा प्रहरी, सशक्त बल के जवान, महिलाएं, दिव्यांगजनों, कम आय वर्ग के लोगों, मनरेगा जॉब कार्ड धारकों, स्वयं सहायता समूह के सदस्यों, ग्राम एवं नगर विकास समितियों के सदस्यों, वनकर्मी, आदिवासी-वनवासी, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के लाभार्थियों एवं शिक्षक तथा विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा.