हम सबको बचपन से ही दूध पीने की सलाह दी जाती है. दूध में कैल्शियम सहित कई मिनरल्स और पोषक तत्व होते हैं जो हमारी वृद्धि और विकास के लिए फायदेमंद है. अगर आप खरीदकर दूध पीते हैं तो हमेशा उसकी शुद्धता जांच करते हैं. लोग हमेशा मिलावट से मुक्त दूध की तलाश में रहते हैं. दूध की शुद्धता की जांच करने का कई तरह का पैमाना होता है लेकिन हमारे यहां उसे गर्म करके जांचना सबसे आसान और पारंपरिक तरीका है. अगर दूध को गर्म करने पर अच्छी मोटी मलाई जम जाती है तो उसे शुद्ध माना जाता है. लेकिन एक ऐसा भी पशु है जिसके दूध में मलाई जमना उसमें मिलावट का परिचय है. आइए समझते हैं.
हमारे देश में आमतौर पर गाय-भैंस और बकरी का दूध ही पिया जाता है. गाय और भैंस के दूध को गर्म करने पर देखते हैं कि बर्तन में मलाई जमी या नहीं, अगर मलाई नहीं है तो समझ जाते हैं कि इसमें पानी की मिलावट की गई है लेकिन बकरी के दूध में मलाई का जमना ही उसे संदेह के दायरे में लाता है. आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों है कि बकरी के दूध में मलाई जमने पर इसे शुद्ध नहीं माना जाता है, आइए समझ लेते हैं.
CIRG के एक्सपर्ट की मानें तो बकरी के दूध को गर्म करने पर मलाई नहीं जमती, जमती भी है तो बहुत ही कम. आपने ऐसा देखा भी होगा लेकिन ऐसा क्यों होता है इसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं. आपको बता दें कि बकरी के दूध में मलाई नहीं जमती क्योंकि उसमें फैट ग्लोबल छोटे होते हैं. बकरी का दूध उबालने पर उसके पोषक गुणों में काफी कमी आ जाती है. बकरी के दूध को उबालने की बजाय उसे हल्की आंच पर थोड़ा सा गुनगुना करके पीना चाहिए.
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बकरी के दूध की शुद्धता मापने का तरीका उसकी गंध भी होती है. अगर इसके दूध से आपको कोई स्मेल नहीं आ रहा है तो भी मान लेना चाहिए कि इस दूध में बेचने वाले ने कोई गड़बड़ी कर रखी है. बकरी के दूध में अजीब सी स्मेल आती है जो अन्य पशुओं के दूध से असामान्य होती है. ये गंध दूध पकाने से भी नहीं जाती है. आपको बता दें कि बकरी के दूध में कुछ लोग पानी या फिर कोई सफेद चीज मिला देते हैं ताकि इसकी स्मेल कम हो जाए और कोई भी फायदेमंद होने की वजह से खरीद ले.
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