इन दिनों देश के अधिकांश राज्य भारी बारिश और बाढ़ की समस्या का सामना कर रहे हैं. अधिक बारिश होने से कई रास्ते और पुल बह गए हैं जिसके कारण आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसके अलावा अधिक बारिश का सबसे बुरा असर किसानों पर पड़ा है. अगर आप बागवानी फसलों की खेती करते हैं तो आपका नुकसान और अधिक हो सकता है. ये खबर टमाटर किसानों के लिए है, जहां भारी बारिश से फसलों में कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही है. आइए जान लेते हैं कि अधिक बारिश होने से टमाटर की फसल में क्या नुकसान होता है.
अधिक बरसात और बाढ़ होने के कारण टमाटर की फसल में सबसे अधिक जड़ सड़न का खतरा बना रहता है. इसका कारण ये है कि लगातार कई दिनों तक खेत में पानी भरा होने के कारण ऑक्सीजन की कमी होने लगती है जिसके कारण उनकी जड़ सड़ सकती हैं और पौधे पूरी तरह भी मर सकते हैं.
पानी भरे होने के कारण मिट्टी की नमी बहुत अधिक हो जाती है. इसके बाद कागज, लकड़ी या कोई अन्य पदार्थ मिट्टी के संपर्क में आता है तो उसमें फंगस लग जाते हैं. पौधे के अलावा उसमें लगे फल में भी फफूंद का खतरा होता है. जिसके कारण किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
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लगातार अधिक पानी होने के कारण टमाटर के फल तेजी से पानी सोखते हैं जिसके कारण उनके गूदे का तेजी से विकास भी होता है. आपको बता दें कि समय से पहले गूदे के बढ़ने से टमाटर की बाहरी स्किन फट जाती है. इसके अलावा बारिश के साथ बर्फबारी भी होती है तो फल फटने की समस्या अधिक देखी जाती है.
अगर आप किसान हैं और टमाटर की खेती करते हैं तो बारिश से भारी नुकसान उठा सकते हैं. फलों को नुकसान होने के साथ ही मिट्टी के कटाव की भी समस्या देखी जाती है. आइए जान लेते हैं कि टमाटर की फसल को बरसात के दिनों में किस तरह से सुरक्षित रख सकते हैं?
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