टमाटर हर किसी के किचन गार्डन में लगा हुआ सबसे पॉपुलर प्लांट होता है. इन्हें उगाना तो आसान है ही और साथ ही साथ इनका रखरखाव भी बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं है. वहीं कई बार इसका पौधा लगाने वाले लोगों के मन में एक सवाल होता है कि क्या टमाटर के बीजों को डालने से पहले उन्हें पानी में भिगोना जरूरी होता है? इस पर कई विशेषज्ञों की अलग-अलग राय होती है. कई लोग ऐसा मानते हैं कि टमाटर के बीजों को पानी में भिगोना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उनमें अंकुर जल्दी आते हैं. जानिए आखिर सही तरीका क्या है?
कुछ लोगों का मानना है कि अगर बीजों को गर्म पानी में भिगोने के बाद बोया जाए तो ऐसा करना फसल के लिए अच्छा होता है. विशेषज्ञों का कहना है कि जब बीजों को पानी में भिगोने के बाद बायो जाता है तो पानी बीज के अंदर अच्छे से चला जाता है. इससे उनमें अंकुरण तेजी से होता है. लेकिन कुछ माली ऐसा करने से बचते हैं. जब बीज भिगोए जाते हैं, तो पानी बीज के आवरण में प्रवेश कर सकता है और एंजाइमों को सक्रिय कर सकता है जो बीज के अंदर मौजूद पोषक तत्वों को तोड़ने में मदद करते हैं. इससे उनका विकास तेजी से हेता है. साथ ही बीजों को तेजी से और अधिक समान रूप से अंकुरित होने में मदद मिल सकती है.
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बीज के अंदर मौजूद कुछ खास तत्व नन्हें पौधे को अंकुरण से पहले सुरक्षित रखने में मददगार होते हैं. ये तत्व बीज की पहली ग्रोथ के लिए जरूरी होते हैं. साथ ही साथ इसके साथ ही पौधे की पहली पत्तियां और तना आने में मदद करते हैं. बीज का आवरण पौधे के लिए एक प्राकृतिक रक्षक के तौर पर होता है. जब स्थितियां आदर्श नहीं होती हैं तो अंकुरण नहीं होता है. जब बीज को पानी में भिगोया जाता है तो उसे यह संदेश मिलता है कि समय अंकुरण के लिए सही है और वह एक पौधे के तौर पर जन्म लेता है.
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बीजों को छोटे कंटेनर में गुनगुने पानी में रखें और उन्हें फ्रिज में रखने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है. आप बस बीजों को 24 घंटे के लिए कमरे के तापमान पर खिड़की पर छोड़ सकते हैं. अगर आप टमाटर के बीज जल्दी बोना चाहते हैं तो 2 - 4 घंटे भी काफी हैं. लेकिन सावधान रहें क्योंकि टमाटर के बीजों को ज्यादा भिगोने से हो सकता है कि वे बिल्कुल भी अंकुरित न हों.
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