Farming Tips: कम खर्च में ज्यादा मुनाफा: छोटे किसानों के लिए स्मार्ट खेती टिप्स

Farming Tips: कम खर्च में ज्यादा मुनाफा: छोटे किसानों के लिए स्मार्ट खेती टिप्स

Farming Tips: छोटे किसानों के लिए टिकाऊ खेती अपनाना ना सिर्फ लागत को घटाता है, बल्कि मिट्टी, पानी और पर्यावरण की सुरक्षा भी करता है. ऊपर दिए गए उपायों को अपनाकर किसान कम खर्च में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं और खेती को लंबे समय तक टिकाऊ बना सकते हैं.

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कम खर्च में ज्यादा मुनाफा: छोटे किसानों के लिए स्मार्ट खेती टिप्सFarming Tips

आज के समय में खेती करना आसान नहीं है. बढ़ती लागत, बदलता मौसम और कम मुनाफा छोटे किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गया है. लेकिन अगर हम टिकाऊ (सस्टेनेबल) खेती अपनाएं, तो ना केवल लागत कम होती है, बल्कि जमीन की सेहत भी बनी रहती है. आइए जानते हैं कुछ कम लागत में टिकाऊ खेती के बेहतरीन उपाय, जो छोटे किसानों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं.

जैविक खाद का उपयोग करें

रासायनिक खाद महंगी होती है और जमीन की उर्वरता भी धीरे-धीरे खत्म कर देती है. इसकी जगह आप गोबर की खाद, कंपोस्ट या वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करें. ये न केवल सस्ती होती हैं बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता भी बढ़ाती हैं.

मल्चिंग तकनीक अपनाएं

मल्चिंग का मतलब है फसलों के आसपास सूखे पत्ते, घास या प्लास्टिक की परत बिछाना. इससे नमी बरकरार रहती है, घास नहीं उगती और पानी की बचत होती है. यह तरीका खासकर गर्मी में बहुत उपयोगी है.

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फसल चक्र अपनाएं 

हर साल एक ही फसल उगाने से मिट्टी कमजोर हो जाती है. इससे बचने के लिए फसल चक्र अपनाएं यानी हर सीजन में अलग-अलग फसलें लगाएं. इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और कीटों का प्रकोप भी कम होता है.

देसी बीजों का उपयोग करें

हाइब्रिड बीज महंगे होते हैं और हर साल खरीदने पड़ते हैं. जबकि देसी बीज सस्ते, मजबूत और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं. इन्हें आप खुद भी संरक्षित कर सकते हैं.

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इंटरक्रॉपिंग करें

एक ही खेत में दो या तीन तरह की फसलें एक साथ उगाना इंटरक्रॉपिंग कहलाती है. इससे उत्पादन भी बढ़ता है और एक फसल खराब हो जाए तो दूसरी से नुकसान की भरपाई हो जाती है.

बारिश के पानी को बचाएं

अगर आप सूखे क्षेत्र में खेती करते हैं तो बारिश के पानी को स्टोर करना जरूरी है. इसके लिए छोटे तालाब, कुएं या गड्ढे बनाकर वर्षा जल का संचयन करें. इससे गर्मियों में सिंचाई के लिए पानी मिलेगा.

प्राकृतिक कीटनाशकों का प्रयोग

रासायनिक कीटनाशक महंगे और हानिकारक होते हैं. इसकी जगह नीम, लहसुन, गोमूत्र से बने घरेलू कीटनाशकों का इस्तेमाल करें. ये सस्ते होते हैं और पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाते.

सामूहिक खेती

अगर छोटे किसान मिलकर खेती करें, तो बीज, खाद, उपकरण और मंडी में फसल बेचने का खर्च कम हो जाता है. साथ ही सरकार की योजनाओं का लाभ भी ज्यादा आसानी से मिलता है.

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