भरी दोपहरी में अच्छी होती है केसर की तुड़ाई, इन 5 बातों पर जरूर ध्यान दें किसान

भरी दोपहरी में अच्छी होती है केसर की तुड़ाई, इन 5 बातों पर जरूर ध्यान दें किसान

केसर की फसल बुवाई के 6-8 सप्ताह बाद कटाई के लिए तैयार हो जाती है. ऐसा माना जाता है कि जब फूल पूरी तरह खिल जाएं तो उन्हें तोड़ लेना चाहिए. वहीं केसर की कटाई तेज धूप वाले दिनों में की जानी चाहिए.

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भरी दोपहरी में अच्छी होती है केसर की तुड़ाई, इन 5 बातों पर जरूर ध्यान दें किसानभरी दोपहरी में अच्छी होती है केसर की तुड़ाई

कश्मीर में पैदा होने वाला केसर अब पूरे देश में आसानी से उगने लगा है. केसर का नाम जेहन में आते ही सबसे पहले हमारे दिमाग में कश्मीर की वादियों में केसर की खुशबू आती है. आप ये भी कह सकते हैं कि केसर की पहचान ही कश्मीर है. केसर को धरती का सोना भी कहा जाता है. यह दुनिया का सबसे महंगा मसाला है. बाजार में केसर की कीमत लगभग 03 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक है. केसर को शरद ऋतु में फूलने वाला, बारहमासी प्रकृति का पौधा माना जाता है. केसर को सिर्फ ठंडे इलाके वाली जगह में ही उगाया जा सकता है.

वहीं भरी दोपहरी में केसर की तुड़ाई अच्छी होती है. तो आइए केसर की खेती से जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लेते हैं. हम आपको केसर से जुड़े पांच फैक्ट बता रहे हैं जो केसर की खेती में मददगार होंगे. 

किस जलवायु में उगता है केसर

केसर को बढ़ने के लिए गर्म उष्णकटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है. इसे उचित वृद्धि और विकास के लिए कम से कम 8-12 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है. वहीं पौधों को छाया की आवश्यकता नहीं होती है. 

केसर को उगने में कितना समय लगता है 

विविधता के आधार पर केसर के पौधों में फूल आने और बढ़ने का समय अलग-अलग होता है. केसर की अलग-अलग किस्में लगभग 6 से 10 सप्ताह में विकसित हो जाती हैं. वहीं जब केसर की खेती की जाती है, तो पौधों को बढ़ने और कटाई से पहले खिलने में लगभग एक वर्ष का समय लग जाता है.

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केसर की कटाई कैसे की जाती है 

केसर की फसल बुवाई के 6-8 सप्ताह बाद कटाई के लिए तैयार हो जाती है. ऐसा माना जाता है कि जब फूल पूरी तरह खिल जाएं तो उन्हें तोड़ लेना चाहिए. वहीं केसर की कटाई तेज धूप वाले दिनों में की जानी चाहिए. इन फूलों की कटाई का सबसे आम तरीका हाथ से चुनना है. सभी फूलों को इकट्ठा करके एक मेज पर रख दिया जाता है. फिर आगे की प्रक्रिया के लिए फूलों से केसर को हटा दिया जाता है.

कितने समय तक रख सकते हैं केसर

स्टोरेज के लिए केसर के धागों को सुखाना पड़ता है. यदि इन धागों को एक एयर टाइट कंटेनर में लगातार एक तापमान पर और बिना तेज रोशनी के रखा जाए, तो उसे अनिश्चित काल तक रखा जा सकता है. वहीं सूखे केसर की शेल्फ लाइफ 03 साल है, लेकिन पिसा हुआ केसर केवल 3-6 महीने तक ही टिकता है.

केसर की कौन सी किस्में उगाई जाती है 

कश्मीर में विशेष रूप से केसर की तीन अलग-अलग किस्मों की खेती की जाती है. ये हैं एक्विला केसर (छोटी किस्म, कम लाल रंग, कम महंगा), क्रीम केसर (उच्च पुष्प वाली सबसे सस्ती किस्म), और लाचा केसर (गहरा लाल रंग सबसे महंगा).

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