सौंफ, वह मसाला जिसका प्रयोग कई तरह की डिशेज को स्वादिष्ट बनाने के अलावा माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी किया जाता है. कई लोग इसे दिनभर चबाते हैं तो कहीं इसे लोग खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग करते हैं. सौंफ एक ऐसा मसाला है जो पाचन में मदद करता है और कई तरह की बीमारियों में भी कारगर साबित होता है. साथ ही यह कई तरह की बीमारियों को भी शरीर से दूर रखता है. गैस और एसिडिटी की समस्या पलभर में सौंफ के सेवन से दूर हो जाती हैं. आज हम आपको बताते हैं कि आप कैसे घर में एक गमले में भी सौंफ उगा सकते हैं.
अगर आप घर में सौंफ उगाना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा. जिन बातों को आपको खास ध्यान रखना है, वो कुछ इस तरह से हैं-
ध्यान रखनें के सौंफ के पौधे को रोजाना कम से कम 5-6 घंटे की सीधी धूप चाहिए. गमले में मिट्टी भरें और ऊपर से थोड़ा समतल कर लें. बीजों को 1 से 1.5 सेमी गहराई में बोएं, एक-दूसरे से लगभग 2 इंच की दूरी पर. हल्का पानी छिड़कें और गमले को ऐसे स्थान पर रखें जहां अच्छी धूप आती हो.
रोजाना थोड़ा-थोड़ा पानी दें लेकिन मिट्टी में पानी जमा न होने दें. ध्यान रखें कि मिट्टी नम रहे न कि गीली. 7 से 14 दिनों में अंकुर आ जाते हैं. जब पौधा 3-4 इंच बड़ा हो जाए, तो कमजोर पौधों को निकाल दें और सिर्फ स्वस्थ पौधे छोड़ दें. समय-समय पर गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालते रहें. अगर कीट दिखें तो नीम का तेल स्प्रे करें. जब पौधा 3 से 4 इंच लंबा हो जाए उसके बाद आपको 20-25 दिन के अंतराल पर जैविक खाद देनी है. इससे पौधा तेजी से बढ़ेगा. हरा-भरा रहेगा.
सौंफ का पौधा करीब 180 से 216 दिन में तैयार हो जाती है लेकिन कुछ किस्मों को तैयार होने में 150 दिन भी लगते हैं. यह किस्म पर निर्भर करता है कि इसमें फूल या फल आने में कितना समय लगेगा. सौंफ में छोटे और सुंदर पीले फूल होते हैं जो देखने में काफी अच्छे लगते हैं. ये फूल छतरी के आकार के दिखाई देते हैं.
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