देश के ग्रामीण और शहरी इलाकों में बकरी पालन का रोजगार काफी तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन बकरी पालन में पशुपालकों को कई बार बकरियों में होने वाली बीमारियों को लेकर सतर्क रहना पड़ता है. ऐसे में अगर बकरियों में भूख कम लगना, कमजोरी होने जैसे लक्षण दिखें तो समझ जाएं कि उनके पेट में कीड़े हैं. वैसे तो पशुओं के पेट में कीड़े की बीमारी आम मानी जाती है. लेकिन ये बीमारी कई बार बकरियों को काफी नुकसान पहुंचाती है. साथ ही इस रोग के होने से पशुपालकों को भी घाटे का सामना करना पड़ता है, क्योंकि इस बीमारी के होने पर बकरियां कम दूध देने लगती हैं.
बात करें पेट में कीड़े होने के लक्षण कि तो इसमें बकरियों को भूख कम लगती है, कमजोरी हो जाती है. इसके अलावा पेट बड़ा होने लगता है. वहीं, कई बार बकरियां कमजोरी होने के कारण दूध देना बंद कर देती हैं. साथ ही बकरियों का वजन कम होने लगता है, दस्त होने लगता है, बालों का झड़ना शुरू हो जाता है, गले में सूजन और खून की कमी हो जाती है. इसलिए ये बीमारी बकरियों के लिए कई बार जानलेवा भी हो जाती है.
ये भी पढ़ें:- Kadaknath: काला मांस, विटामिन भी खास, अंडा जोरदार...पालने से खाने तक क्यों डिमांड में कड़कनाथ!
बकरी के पेट में कीड़े होने पर उनके फेफड़े और लीवर पर असर पड़ता है. दरअसल, बरसात या अन्य दिनों में जब बकरियां कोई नुकसान वाली घास या पत्तियों को खा लेती हैं तब उनके पेट में कीड़े हो जाते हैं. पेट में कीड़े उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होते हैं. बता दें कि बकरियों में पेट के कीड़े छोटे बच्चों यानी जो 6-8 माह तक की उम्र के होते हैं उनमें ज्यादा देखे जाते हैं.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today