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रबी फसलों की बुवाई के वक्त सावधानी से करें खाद का इस्तेमाल, फायदे की जगह हो सकता है नुकसान

रबी फसलों की बुवाई के वक्त सावधानी से करें खाद का इस्तेमाल, फायदे की जगह हो सकता है नुकसान

रबी फसलों की बुवाई के साथ ही किसान जमकर उर्वरकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन, राजस्थान कृषि विभाग ने किसानों को उर्वरकों की सही मात्रा, छिड़काव प्रक्रिया को लेकर सुझाव दिए हैं ताकि कम लागत में ज्यादा उपज हासिल की जा सके.

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डीएपी की जगह सिंगल सुपर फॉस्फेट इस्तेमाल की सलाह दी गई है. डीएपी की जगह सिंगल सुपर फॉस्फेट इस्तेमाल की सलाह दी गई है.

देशभर में रबी फसलों की तेजी से बुवाई की जा रही है. बीजों के अंकुरण में आसानी के लिए फसलों में बुवाई के वक्त उर्वरकों का इस्तेमाल किया जाता है. गेहूं, जौ, चना और सरसों समेत अन्य फसलों की बुवाई में डीएपी की जगह सिंगल सुपर फॉस्फेट इस्तेमाल करने की सलाह किसानों को दी गई है. राजस्थान कृषि विभाग ने किसानों से बुवाई के वक्त फसलों में सिंगल सुपर फास्फेट और एनपीके के ग्रेड्स उर्वरक इस्तेमाल करने को कहा है. यह डीएपी की तुलना में सस्ते और अधिक कारगर होने की बात कही गई है. 

अक्टूबर में रबी सीजन की फसलों की बुवाई शुरू होने से पहले ही सितंबर में ही किसान डीएपी समेत अन्य उर्वरकों की खरीद कर लेते हैं. राजस्थान के कुछ इलाकों में इस बार भी उर्वरक खरीद के लिए बिक्री केंद्रों पर किसानों की कतारें देखी गई हैं. हालांकि, सरकारी आंकड़ों के हिसाब से सितंबर महीने में डीएपी बिक्री बढ़ने की बजाय बीते साल की तुलना में 51 फीसदी घटकर 7.76 लाख टन दर्ज की गई है. हालांकि, इस दौरान यूरिया की बिक्री में उछाल देखा गया है. 

उर्वरक इस्तेमाल का सही तरीका  

फसलों में उर्वरकों के इस्तेमाल को लेकर राजस्थान कृषि विभाग ने किसानों को सतर्क किया है और सही तरीका बताया है. 

  1. किसानों को सलाह दी गई है कि बुवाई के समय उर्वरक को हमेशा कतार में ही डालें, इधर उधर छिड़काव नहीं करें.
  2. उर्वरकों का इस्तेमाल किसान मृदा स्वास्थ्य कार्ड में बताये निर्देशों के अनुसार ही करें.
  3. खेत में फसल के घुटनों तक आ जाने सिफारिश अनुसार ही यूरिया का छिड़काव करें. 
  4. फसल को जरूरी पोषक तत्व देने के लिए नए युग की उर्वरक जैसे नैनो यूरिया आदि का इस्तेमाल करें. 
  5. दहलनी और तिलहनी फसलों में डीएपी की बजाय सिंगल सुपर फास्फेट का इस्तेमाल करें. 
  6. नाइट्रोजन उर्वरक की मात्रा कम करने के लिए एजोटोबेक्टर और राइजोबियम जीवाणु खाद से बीज उपचार करें.
  7. किसानों के लिए टोलफ्री नंबर जारी 

राजस्थान कृषि विभाग की ओर से रबी फसलों में उचित मात्रा में उर्वरकों के इस्तेमाल की जानकारी के लिए टोलफ्री नंबर 18001801551 भी जारी किया गया है. इस नंबर पर कॉल करके किसान अपनी फसल के लिए उपयुक्त उर्वरक के इस्तेमाल की सलाह ले सकते हैं और छिड़काव की प्रक्रिया भी जान सकते हैं.

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