फसल सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए जा रहे केमिकल और खतरनाक उर्वरकों से मिट्टी और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. किसानों को इस नुकसान से बचाने के लिए इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड (IIL) ट्रेनिंग दी है. एग्रोकेमिकल कंपनी IIL ने किसानों को जागरूक करने के लिए देशभर में 514 ट्रेनिंग कार्यक्रमों और बैठकों का आयोजन किया है, जिसमें किसानों को टिकाऊ खेती करने के लिए क्रॉप प्रोटेक्शन केमिकल्स के जिम्मेदारी से इस्तेमाल करने का तरीका बताया गया है.
फसलों की सुरक्षा और पोषण देने वाले प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड (आईआईएल) ने बुधवार को प्रोडक्ट मैनेजमेंट डे का आयोजन किया. इसमें फसलों को केमिकल से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए किसानों को ट्रेनिंग दी गई. आईआईएल ने देशभर के 25000 से अधिक किसानों को फसल सुरक्षा रसायनों के जिम्मेदारीपूर्ण इस्तेमाल के बारे में प्रशिक्षित किया.
इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड (IIL) ने अपनी इस पहल के जरिए विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में 514 बैठकें की हैं. इसके जरिए किसानों और चैनल पार्टनर्स को फसल सुरक्षा रसायनों के सुरक्षित और इस्तेमाल के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में समझाया गया. 25000 से अधिक किसानों की भागीदारी वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य जिम्मेदार खेती और सस्टेनेबल कृषि विकास को बढ़ावा देना है. इस पहल के तहत कुछ बैठकें कृषि विज्ञान केंद्रों के सहयोग से उनके संबंधित केंद्रों पर आयोजित की गईं.
कंपनी ने बयान में कहा कि ट्रेनिंग सेशन टिकाऊ और बेस्ट एग्री प्रैक्टिसेस पर फोकस रहे. इसके तहत किसानों को खेती के लिए सही विधि और उत्पाद के साथ सही समय पर सही खुराक का इस्तेमाल करना, सही सलाहकार से परामर्श करने के बाद अधिकृत डीलरों से प्रोडक्ट खरीदना, इस्तेमाल से पहले पर्चे के निर्देशों को पढ़ना और छिड़काव करते समय हमेशा सुरक्षा गियर पहनना के बारे में जानकारी दी गई.
इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड (IIL) के एक्सपर्ट ने किसानों को छिड़काव के दौरान सही नोजल का इस्तेमाल करने की जानकारी दी. इसके साथ ही किसानों को दिन में छिड़काव की बजाय सुबह या शाम के समय छिड़काव करने की सलाह दी. एक्सपर्ट ने किसानों से कहा कि फसलों की सुरक्षा में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट को खाने-पीने की वस्तुओं, भोजन और बच्चों से दूर हवादार जगह पर रखने को कहा है.
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