देश के कई राज्यों में जनवरी महीने में शीतलहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. कई राज्यों में पारा औसत से नीचे चला गया है. वहीं कई राज्यों में कोहरे और शीतलहर के बढ़ते सितम को देखते हुए मौसम विभाग यानी IMD ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है. इस बढ़ते ठंड का सबसे अधिक असर मानव और पशुओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है. ऐसी ही कड़कड़ाती ठंड और शीतलहर को देखते हुए बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने सर्दी लगने के लक्षण और उसके बचने की जानकारी दी है. इसका पालन करके लोग खुद और अपने पशुओं को इस ठंड से बचा सकते हैं. आइए जानते हैं क्या होते हैं ठंड के लक्षण और क्या हैं उससे बचने के उपाय.
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अगर आपके क्षेत्र का तापमान 7 डिग्री या उससे कम हो तो इसे शीतलहर की स्थिति मानते हैं. वहीं इसका सीधा प्रभाव मानव और पशुओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है क्योंकि अगर शीतलहर में आप खुद की या पशुओं की अच्छे से खयाल नहीं रखते हैं तो आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. वहीं पशुओं को ठंड में पथरी का खतरा बढ़ सकता है.
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अगर इस बढ़ी हुई सर्दी में शरीर ठंडा होने लगे और अंग सुन्न पड़ने लगे, साथ ही अगर आपको अधिक कंपकंपी और ठिठुरन महसूस हो तो समय जाइए कि आपको ठंड लग चुकी है. इसके अलावा अगर आपका जी बार-बार उतलाने लगे और उल्टी होने लगे या थोड़ी कमजोरी लगने लगे तो समझ जाएं की आपको ठंड लग गई है.
अगर आपको ठंड लग गई है तो आप अपने घर में हीटर-ब्लोअर आदि का प्रयोग करें या अलाव तापें. साथ ही उच्च रक्तचाप, डायबिटीज के मरीज और हृदय रोगी डॉक्टर से सलाह लेते रहें. साथ ही वो घरों से बाहर तभी निकलें जब अच्छी धूप हो. इसके अलावा अगर पशुओं को ठंड लग गई हो तो उनका अच्छे से खयाल रखें. वहीं उनके बथान यानी पशुओं के रहने वाले घरों को गर्म रखें. साथ ही पशुओं को डॉक्टर की सलाह से खिलाएं-पिलाएं और ध्यान दें.
अगर आप बिहार के निवासी हैं और आपको या आपके पशुओं को ठंड लग गई हो तो किसी भी आपातकालीन स्थिति में सहायता के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र पर संपर्क कर सकते हैं. इसके लिए सरकार की ओर से चलाए गए हेल्पलाइन नंबर 06122294204/205 पर कॉल कर सकते हैं. साथ ही सरकार ने टोल फ्री नंबर 1070 भी मुहैया करवाया है.
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