आज की सबसे बड़ी समस्या अगर कोई है तो वह है खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट. स्वस्थ रहने के लिए हम अक्सर जिन चीजों का इस्तेमाल करते हैं वह भी हमारे लिए हानिकारक हो जाता है. जिसका मुख्य कारण है मिलावट. ऐसे में खुद को स्वस्थ रखने के लिए सही सामग्री का ही इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है. लेकिन सवाल यह उठता है कि मिलावटी चीजों की जांच कैसे की जाए?
इस सवाल का जवाब भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण यानी एफएसएसएआई (FSSAI) दे रहा है. भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने अब तक कई खाद्य पदार्थों में मिलावट जांचने के आसान तरीके सुझाए हैं. अब हाल ही में FSSAI ने अपने ट्विटर पर ऐसी जानकारी साझा की है. जिससे सेला चावल की शुद्धता का पता लगाया जा सके. आइये जानते हैं मिलावट जांचने के इस तरीके के बारे में.
आप नहीं जानते होंगे कि FSSAI ने अब तक कई खाद्य पदार्थों की जांच का तरीका ट्विटर पर शेयर किया है. खाद्य पदार्थों में मिलावट की जानकारी देने के लिए FSSAI ने एक अनोखा अभियान शुरू किया है. FSSAI ने इसे #डिटेक्टिंगफूडएडल्टरेंट्स नाम दिया है. इससे पहले हल्दी आदि की जांच का तरीका भी साझा किया जा चुका है. इसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए इस बार सेला चावल में मिलावट की जांच की प्रक्रिया साझा की गई है.
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आपको बता दें कि सेला चावल पूरी दुनिया में खाया जाता है. यह चावल खासतौर पर भारत के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में बड़े पैमाने पर खाया जाता है. सेला चावल को संसाधित करने से पहले, इसे भाप में पकाया जाता है और फिर मिल में भेजे जाने से पहले सुखाया जाता है. ताकि इसकी गुणवत्ता बरकरार रहे और इसमें मौजूद पोषक तत्व भी बरकरार रहे. इस प्रक्रिया के माध्यम से सेला चावल लेने का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चावल पकने के बाद भी अपने गुणों को बरकरार रखे.
सेला चावल में हल्दी की मिलावट है या नहीं, इसकी जांच के लिए FSSAI ने यह तरीका बताया है. एफएसएसएआई ने इसे 'सेला चावल में हल्दी की मिलावट का पता लगाएं' नाम दिया है. इसे जांचने का एक आसान तरीका भी साझा किया है, जो इस प्रकार है. क्या है वो तरीका आइए जानते हैं.
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